खेलमंत्री ने राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का कोटा बढ़ाने की अपील की
खेलमंत्री ने राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का कोटा बढ़ाने की अपील की

खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में अगले साल होने वाले 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिये कोटा स्थान बढ़ाने की अपील करते हुए राष्ट्रमंडल खेल महासंघ की अध्यक्ष लुईस मार्टिन को पत्र लिखा है ।

भारत को अगले राष्ट्रमंडल खेलों में 135 खिलाड़ियों का कोटा दिया गया है। हालांकि कुछ और खिलाड़ी क्वालीफिकेशन प्रक्रिया के जरिये इसमें जगह बना सकते हैं । वहीं 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के 223 खिलाड़ियों ने भाग लियाा था और भारत पदक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा था ।

ओलंपिक रजत पदक विजेता निशानेबाज रहे राठौड़ ने निशानेबाजी, मुक्केबाजी, पैरा खेलों और एथलेटिक्स में 40 अतिरिक्त कोटा स्थानों की मांग की है ।

राठौड़ ने 15 नवंबर को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय दल के कोटा के संदर्भ में आपको लिख रहा हूं । इस बार भारत को सिर्फ 135 खिलाड़ियों का कोटा दिया गया है जबकि 2014 खेलों में भारत के 223 खिलाड़ियों ने इसमें भाग लिया था और पदक तालिका में पांचवें स्थान पर रहे थे ।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘भारत सरकार ने ओलंपिक संघ से मशविरे के बाद 2018 खेलों में भारत के लिये पदक की संभावनाओं पर विचार किया है । भारत के प्रदर्शन में कई खेलों में काफी सुधार आया है और इस बार पिछली बार की तुलना में ज्यादा पदक मिल सकते हैं ।’’ उन्होंने कहा कि भारत की आबादी और पदक की संभावना को ध्यान में रखकर भारत का कोटा बढ़ाया जाना चाहिये ।

राठौड़ ने लिखा, ‘‘भारत की आबादी और भारतीय खिलाड़ियों के पदक जीतने की संभावना को देखते हुए इस बार कोटा स्थान काफी कम दिये गए हैं । मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि मुक्केबाजी, निशानेबाजी, पैरा खेलों और एथलेटिक्स में अतिरिक्त 40 कोटा स्थान दिये जाये और सहयोगी स्टाफ को भी बढ़ाने की अनुमति दी जाये ।’’ भारत ने ग्लास्गो में पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में 15 स्वर्ण, 30 रजत और 19 कांस्य समेत 64 पदक जीतकर तालिका में पांचवां स्थान हासिल किया था । राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2010 में रहा जब दिल्ली में हुए इन खेलों में भारत ने कुल 101 : 38 स्वर्ण, 27 रजत और 36 कांस्य : पदक जीतकर दूसरा स्थान पाया था ।

( Source – PTI )

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *