उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज प्रदेश के गोरखपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मोटरबोट से दौरा किया और आम लोगों का आह्वान किया कि वे भी बाढ़ पीड़ितों की हरसम्भव मदद करें।
योगी ने पिपराइच विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित मानीराम गांव के पीड़ितों को बाढ़ राहत सामग्री का वितरण करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है। इसमें पीड़ितों को सभी का सहयोग मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जनमानस के बीच यह भावना कतई नहीं होनी चाहिए कि पीड़ितो की सहायता केवल शासन और प्रशासन का काम है, बल्कि एक मानव होने के नाते हर मानव का भी यह कर्तव्य एवम् दायित्व बनता है कि अपने स्तर से जिस प्रकार भी सम्भव हो, पीड़ितों की मदद करे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में उनकी सरकार पूरी तरह से पीड़ितों के साथ है।
सभा को संबोधित करनके बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा राहत बल के जवानों के साथ मोटर बोट से रामपुर गोपालपुर का दौरा किया और बाढ़ से पूरी तरह घिरे पीड़ित परिवारों को सरकार की तरफ से खाद्यान्न तथा अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिर चुके बेला, जमुवाड, उत्तरासोध, घुंघुनकोठा सहित एक दर्जन गाँवों का मोटरबोट से दौरा किया और प्रभावितों को राहत सामग्री बांटी।
मालूम हो कि प्रदेश के 25 जिलों के करीब 24 लाख 75 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और 3059 गांव पानी से घिरे हैं। इसके अलावा दो लाख 46 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में बोयी गयी फसल पानी में डूब चुकी है। एक लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार राप्ती नदी बर्डघाट :गोरखपुरः तथा रिगौली :गोरखपुरः में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, बांसी :सिद्धार्थनगरः में भी इसका जलस्तर लाल चिह्न से ऊपर है।
घाघरा नदी का जलस्तर एल्गिनब्रिज :बाराबंकीः, अयोध्या :फैजाबादः तथा तुर्तीपार :बलियाः में अब भी खतरे के निशान से ऊपर है। शारदा नदी पलियाकलां :खीरीः में बूढ़ी राप्ती ककरही :सिद्धार्थनगरः तथा उस्काबाजार :सिद्धार्थनगरः और क्वानो नदी चंद्रदीपघाट :गोण्डाः में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
( Source – PTI )