गन्ना सहकारी फैक्टरियों में हुए 25,000 करोड़ रूपए के घोटाले’’ की जांच कराने को लेकर अन्ना हजारे द्वारा मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाए जाने के बाद राकांपा ने इस गांधीवादी कार्यकर्ता को आज ‘‘आरएसएस का एजेंट बताया।’’ राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि हजारे राकांपा के शरद पवार जैसे के वरिष्ठ नेताओं को बदनाम करने के लिए ‘‘आरएसएस के षड्यंत्र’’ में भूमिका निभा रहे हंै।
मलिक ने कहा, ‘‘हजारे भाजपा शासित महाराष्ट्र में किसी मुद्दे को लेकर प्रदर्शन क्यों नहीं कर रहे हैं।’’ हजारे ने हाल ही में बंबई उच्च न्यायालय में आवेदन देकर ‘‘25,000 करोड़ रूपए के गन्ना सहकारी फैक्टरी घोटाले’’ की सीबीआई जांच कराने का अनुरोध किया है।
उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए दो दीवानी और एक फौजदारी जनहित याचिकाएं दायर की हंै। फौजदारी जनहित याचिका पर न्यायमूर्ति अभय ओका की अध्यक्षता वाली पीठ छह जनवरी को सुनवाई करेगी।
याचिका में आरोप लगाया गया है कि पहले इन गन्ना सहकारी फैक्टरियों को रिण के बोझ तले दबा दिया गया और बाद में इन बीमारू इकाइयों को बेमोल बेच दिया। इस पूरे मामले में सरकार, सहकारी क्षेत्र और जनता को 25,000 करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है।
( Source – PTI )