गणतंत्र दिवस परेड 2017 के पुरस्कारों की घोषणा हुई
गणतंत्र दिवस परेड 2017 के पुरस्कारों की घोषणा हुई

रक्षा मंत्रालय ने गणतंत्र दिवस परेड 2017 में विभिन्न प्रतियोगी प्रस्तुतियों के परिणामों की घोषणा की।सभी सेवाओं की श्रेणी में से मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप को सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ते का पुरस्कार मिला। अर्धसैनिक बलों और अन्य सहायक बलों की श्रेणी में, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के दल को सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ता घोषित किया गया।

इस गणतंत्र दिवस परेड में झांकी की श्रेणी में शामिल 6 केन्द्र शासित प्रदेशों/विभागों की झाकियां सहित कुल 23 झांकियों में से अरूणाचल प्रदेश की झांकी को सर्वश्रेष्ठ झांकी का पुरस्कार मिला, इस झांकी में अरुणाचल प्रदेश के बौद्ध जनजातियों के महायान संप्रदाय के सबसे प्रसिद्ध ‘याक नृत्य’ को दर्शाया गया है। ‘होजागिरी’ डांस पर आधारित त्रिपुरा की झांकी, जिसके अंतर्गत शानदार रियांग आदिवासी नृत्य का चित्रण किया गया है, को दूसरी सर्वश्रेष्ठ झांकी घोषित किया गया। जबकि तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र और तमिलनाडु सम्मिलित रूप से रहे। महाराष्ट्र की झांकी में महान स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बालगंगाधर तिलक को उनकी 160 वीं जयंती पर दर्शाया गया था। जबकि तमिलनाडु की झांकी में लोकप्रिय लोक नृत्य ‘कारागट्ट्म’ को दर्शाया गया था, यह मूलत: ग्रामीण क्षेत्रों में अम्मान मंदिर महोत्सव के दौरान प्रस्तुत किया जाता है।

केन्द्रीय मंत्रालयों/विभागों द्वारा प्रस्तुत झांकियों में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय की झांकी को सर्वश्रेष्ठ झांकी का पुरस्कार मिला है, इस झांकी में “कौशल विकास से भारत में बदलाव” की थीम पर मंत्रालय की उपलब्धियों और कार्यक्रमों को दिखलाया गया था।केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) की झांकी जिसके तहत “हरित भारत-स्वच्छ भारत” की अवधारणा का चित्रण प्रस्तुत किया गया है को जूरी के विशेष पुरस्कार के लिए चुना गया था।

स्कूली बच्चों की प्रतियोगी श्रेणी में, केन्द्रीय विद्यालय पीतमपुरा दिल्ली द्वारा प्रस्तुत नृत्य, जिसके तहत कैसे हमारे राष्ट्रीय ध्वज हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के गौरवशाली अतीत कहानियों का गवाह है, भारतीय लोकतंत्र की स्थापना, भारतीयों का एक-दूसरे के प्रति लगाव, महिलाओं के सशक्तिकरण सहित कई उपलब्धियों को दर्शाया गया है, को बच्चों द्वारा की गई सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति घोषित किया गया। मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले के गोंड जनजाति के लोकप्रिय नृत्य ‘सैला कर्मा’ की प्रस्तुति के लिए दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर को सांत्वना पुरस्कार दिया गया है।

पिछले वर्षों की तरह, इस वर्ष भी रक्षा मंत्रालय ने तीनों सेनाओं के मार्चिंग दस्ते, अर्धसैनिक बलों और विभिन्न राज्यों / मंत्रालयों / विभागों द्वारा प्रस्तुत झांकियों और दिल्ली तथा दिल्ली से बाहर के स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुति के आकलन के लिए जजों के तीन पैनल नियुक्त किया था। जजों के पैनलों ने आज यहां परिणामों की घोषणा की।

( Source – PTI )

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