भगवत कौशिक

हरियाणा के भिवानी जिले के सूई गांव में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद बुधवार को पहुंचे। यहां उनका हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, कृषि मंत्री जेपी दलाल, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, सांसद धर्मबीर सिंह और उद्योगपति कृष्ण जिंदल ने स्वागत किया। 14 साल छह माह बाद दूसरी बार किसी राष्ट्रपति का आगमन जिले में हुआ। गांव सूई में कोविंद के दौरे को लेकर उत्सुकता बनी थी। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में हरियाणा की बेटियों का सम्मान कर लोगों से अपील की कि वे बेटियों को बेटों से कम न मानें। उन्होंने इस दौरान कल्पना चावला, बबिता फौगाट, सुषमा स्वराज का नाम भी लिया। उन्होंने कहा कि बेटियां हरियाणा का नाम रोशन कर रही हैं।

गांव मे हुए विकास कार्यों को देख गदगद हुए महामहिम राष्ट्रपति

भिवानी में स्‍वप्रेरित सूई गांव में विकास कार्यों से प्रसन्‍न हो पहुंचे राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविन्‍द गांव को देख गदगद हो गए। उन्‍होंने अपने संबोधन में कहा गांव सूई में कई विकास कार्यों का लोकापर्ण करने पहुंचा हूं। इस गांव को आदर्श बनाया गया है। हरियाणा की धरती हमेशा इतिहास बनाती आई है। इसी धरती पर भगवान श्रीकृष्‍ण ने गीता का संदेश दिया था। जो आज तक प्रासंगिग हैं। गीता को पढ़ने के बाद उसकी अनुपालना भी की जाती है। हरियाणा एक कर्म और धर्म की भूमि है। हरियाणा की धरती को जय जवान और जय किसान का नारा दिया गया, क्‍योंकि यहां किसान के साथ हर गावं से सेना में जवान भी हैं। हरियाणा की संस्‍कृति का एक अलग ही इतिहास है।

गांवों मे बसता है भारत

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत गांव में बसता है। वे अपने पृतक गांव जून महीने में गए थे और गांव की धरती को चूमा था। मैं आज गांव की बदौलत ही मैं राष्‍ट्रपति पद तक पहुंचा हूं। गांव मेरे हृदय में बसता है। जननी और जन्‍मभूमि का कर्ज कभी नहीं उतार सकते।

सूई गांव के ग्रामीणों को महामहिम राष्ट्रपति ने दिया राष्ट्रपति भवन देखने आने का न्यौता

सभागार में संबोधन के बाद राष्‍ट्रपति बाहर बने हुए दूसरे मंच पर पहुंचे, यहां उन्‍होंने ग्रामीणों की भीड़ को देखते हुए सूई गांव के ग्रामीणों को न्‍योता देते हुए कहा कि वे सब राष्‍ट्रपति भवन देखने के लिए जरूर आएं। राष्‍ट्रपति ने कहा कि बेटियां बेटों की तुलना में ज्‍यादा संवेदनशील होती हैं। उनके कंधों पर दो परिवारों की जिम्‍मेदारी होती है। इसलिए बेटियों की ज्‍यादा देखभाल करनी चाहिए। मंच पर संबोधन के बाद राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविन्‍द राजकीय स्‍कूल में लैब का लोकापर्ण करने के लिए चले गए। इसके बाद झील के किनारे लंच किया और करीब ढाई तीन घंटे बिताने के बाद वापस लौट गए, राष्‍ट्रपति ने खाने को भी सराहा।

बोधिसत्व पीपल का पेड लगाया

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने स्वप्ररित आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत विकसित आदर्श गांव सुई का उदघाटन किया और बोधिसत्व पीपल का पेड़ लगाया।
इस मौके पर राष्ट्रपति की धर्मपत्नि श्रीमती सविता कोविन्द एवं उनकी बेटी स्वाति कोविंद, हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल,उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री जे पी दलाल, सांसद श्री धर्मबीर सिंह व माहेश्वरी ट्रस्ट के पदाधिकारी मौजूद रहे।
पौधरोपण के अवसर पर राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा गांव में करोड़ों रुपए की राशि से विकास कार्य करवाय गए है।
उन्होंने कहा कि पीपल के पेड़ में अनेक विशेषतायें होती है । यह धार्मिक होने के साथ साथ गुणों का भंडार होता है। महात्मा बुद्ध को पीपल के पेड़ के नीचे ही ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसलिए इसे बोधिट्री के रूप भी जाना जाता है। इस पेड़ की ग्रोथ भी जल्दी होती है और यह ऑक्सीजन प्रदान करता है। यह पर्यावरण को भी शुद्ध रखने में सहायक होता है।
राष्ट्रपति ने कृष्णा लेक एवं लेक पर बने विकास कार्यों का अवलोकन भी किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से प्रेरित होकर अपने पैतृक गांव को सुधारने का उठाया बीड़ा

भिवानी जिले के गांव सूई निवासी सेठ कृष्ण जिंदल ने 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर दिए भाषण से प्रेरित होकर अपने पैतृक गांव को सुधारने का बीड़ा उठाया था। 15 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के एमएलए व एमपी को एक-एक गांव गोद लेकर उसे सुधारने की अपील की थी। कृष्ण जिंदल भी टीवी पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम देख रहे थे। उसी से मन में प्रेरणा जागृत हुई और उन्होंने अपने गांव सूई के पिछड़ेपन को सुधारने का बीड़ा उठाया। 7 साल में करीब 25 करोड़ की राशि खर्च कर गांव में विकास कार्य करवाकर सूरत बदल दी।

बिना किसी सरकारी मदद के आदर्श गांव बना सूई

गांव बिना किसी सरकारी मदद के आदर्श गांव बना है। गांव के ही एक व्यक्ति श्रीकृष्ण जिंदल ने इस गांव को गोद लिया और गांव का विकास किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना से प्रेरित होकर श्रीकृष्ण जिंदल ने इस गांव को आदर्श गांव बनाया। ये गांव 300 साल पुराना है। गांव बसने के बाद कई परिवार व्यापार के सिलसिले में शहर आते जाते थे। उन्हीं में से एक था श्रीकृष्ण जिंदल का परिवार जो 1962 में गांव छोड़कर मुंबई चला गया था। लेकिन गांव से जुड़ाव जारी रहा। साल 2015 में श्रीकृष्ण जिंदल ने श्रीमती महादेई परमेश्वरी दास जिंदल चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से आदर्श गांव बनाने की शुरुआत की थी।इसमें करीब 25 करोड़ रुपए का खर्च आया।

गांव में करवाए विकास कार्य

कृष्ण जिंदल ने गांव में सरकारी स्कूल का नया भवन निर्माण करवाया व आधुनिक सुविधाओं से लैस साइंस लैब व पुस्तकालय का निर्माण करवाया। 6 एकड़ में झील का निर्माण करवाया। गांव में सात उद्यान बनवाए। गोशाला का निर्माण करवाया। पूरे गांव में इंटरलॉक की गलियां बनवाईं। जरूरतमंद परिवारों के लिए शौचालय बनवाए। गांव में छह बड़े हॉल सहित एक सभागार बनवाया, जिसमें एक साथ 500 व्यक्ति कार्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं। गांव में 250 सौर ऊर्जा की स्ट्रीट लाइटें का निर्माण करवाया, जो रात को गलियों को जगमग करती रहती है। बतौर कृष्ण जिंदल उसके परिजन समाजसेवा के कार्य में उनका बराबर सहयोग करते हैं।

टूरिज्म हब बना सूई गांव,बडे बडे शहरों को दे रहा है टक्कर

हरियाणा के भिवानी जिले का सुई गांव जिसको लोगों ने मिलकर टूरिज्म हब बना दिया है। ये गाँव अब किसी पहचान की मोहताज नहीं है।इस गाव का रौनक इस कदर बढ़ गया है कि हर कोई एक घूमना चाह रहा है।हरियाणा का ये गांव शहर से भी ज्यादा खुबसूरत दिखने लगा है।सुई गांव के विकास में गांव के ही निवासी श्रीकिशन जिंदल ने अब तक लगभग 50 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

गांव के सरकारी स्कूल में साइंस लैब, कम्प्यूटर लैब और 500 बच्चों के एक साथ पढ़ने के लिए बड़ी लाइब्रेरी है। इसके अलावा गांव में सीएचसी सेंटर और पशु चिकित्सालय, शहीद पार्क, आठ एकड़ में बना हर्बल पार्क, 500 लोगों के बैठने की क्षमता का इन्डोर ऑडिटोरियम, आउटडोर और इंडोर खेल स्टेडियम के अलावा छह एकड़ में एक झील बनी हुई है।यहां आने वाले टूरिस्टों के लिए बोटिंग, रेस्ट रूम, झूले लगे हुए हैं जो इस गांव को एक शहर का लुक देते हैं।

स्वप्रेरित आदर्श ग्राम योजना के तहत गांव सुई में हुए अनेकों विकास कार्य :: सीएम

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि स्व: प्रेरित आदर्श ग्राम योजना के कारण आज सुई गांव में अनेक विकास कार्य हुए हैं। इस कारण सरकार की आदर्श ग्राम योजना का उद्देश्य भी सफल हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्वप्रेरित आदर्श ग्राम योजना के तहत गांव सुई में झील, पार्क, ऑडिटोरियम, पुस्तकालय, सडक़ें, गलियां व राजकीय स्कूल को नया स्वरूप मिला है।
मुख्यमंत्री बुधवार को स्वप्रेरित आदर्श ग्राम योजना के तहत विकसित आदर्श गांव सुई के उद्घाटन समारोह में ग्रामीणों से सीधा संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांव सुई के निवासी एसके जिंदल ने स्वप्रेरित आदर्श ग्राम योजना के तहत गांव में विकास कार्य पूरे करवाए तथा तथा अन्य लोगों के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया है। वे ग्रामीणों द्वारा रखी जा रही सभी मांगों को पूरा करवा रहे हैं, अगर ग्रामीण और भी मांग रखेंगे तो उन्हें भी पूरा करवा दिया जाएगा। कुछ काम ऐसे हैं जो सरकार के माध्यम से किए जाने हैं, उन्हें सरकार द्वारा प्राथमिकता के आधार पर पूरा करवाया जाएगा। सरकार ने मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार योजना शुरू की है, ताकि अंतिम व्यक्ति व परिवार तक सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सके। गांव सुई व आसपास के गांवों में वन प्रोडक्ट-वन ब्लॉक के तहत 50 एकड़ में छोटे-छोटे उद्योगों का एक कलस्टर बनाया जाएगा, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। गांव में स्पोर्ट्स के प्रति युवाओं की रुचि को देखते हुए स्पोर्ट्स प्रोजेक्ट के लिए संभावनाएं तलाशी जाएंगी। ग्रामीणों की मांग के अनुरूप सुई से दांग गांव तक 5 करम के रास्ते पर मार्केटिंग बोर्ड के माध्यम से सडक़ बनाई जाएगी। गांव में पेयजल आपूर्ति के लिए प्रोजेक्ट बनाया जाएगा। भिवानी शहर के गंदे पानी को गांव में आने से रोकने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा ताकि गांव में स्वच्छ पानी आ सके। इसके अलावा सांसद धर्मबीर सिंह द्वारा रखी गई मांग के तहत निगाना व दांग फीडर पर जरूरत अनुसार कार्य करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने बताया कि पुराने पेड़ो को धरोहर के रूप में संजोने के लिए प्रदेश सरकार ने प्राण वायु देवता पेंशन योजना शुरू की है। इस योजना के तहत प्राचीन पेड़ो के रखरखाव के लिये 2500 रुपये की पेंशन दी जा रही है।

140 खंडों को जोडक़र वन ब्लॉक वन प्रोडक्ट योजना के तहत स्थापित किए जाएंगे लघु उद्योग :: दुश्यंत चौटाला

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने अपने संबोधन में कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन हरियाणा में शुरू की गई आदर्श ग्राम योजना के तहत गावों को विकसित करने के लिये आवश्यक विकास कार्य करवाए गए हैं। सूई गांव निवासी जिंदल परिवार द्वारा अपने गांव को गोद लेकर उसमें करवाई जा रहे विकास कार्य सराहनीय है तथा समाज के लिए एक अच्छी पहल भी है। जिंदल परिवार की इसी पहल के आधार पर हरियाणा सरकार द्वारा स्वप्रेरित आदर्श ग्राम योजना भी शुरू की गई है। श्री चौटाला ने कहा कि प्रदेश में उद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए 140 खंडों को जोडक़र वन ब्लॉक वन प्रोडक्ट योजना के तहत लघु उद्योग स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने मंच के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि सूई गांव में भी इस योजना के तहत एक लघु उद्योग स्थापित करवाया जाए ताकि गांव में बनने वाले उपकरण विदेशों में भी बेच सके।

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