वर्धा, दि.23 अगस्त 2019: गांधी जी अपने जीवन में निरंतर संशोधन करते थे। उनके समस्त जीवन दर्शन का सही और व्यापक मूल्यांकन होना अभी भी बाकी है। उनका जीवन आधुनिकता का दस्तावेज है। समाज के आखरी व्यक्ति के विकास के वे पक्षधर रहे। वे सर्वोदय के सिद्धांत के प्रतिपादक है। उनके विचार आज भी प्रासंगिक है और वे आने […]