
सरकार ने आज कहा कि उद्यमिता कौशल क्षेत्र में प्रशिक्षित प्रशिक्षकों की कमी है, लेकिन इसे दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने राज्यसभा में पूरक प्रश्नों के जवाब में कहा, ‘‘हमें प्रशिक्षित प्रशिक्षकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। यह आज की सबसे बड़ी कमी है।’’ उन्होंने कहा कि इस समस्या को दूर करने के लिए कौशल परिषदों को प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए अधिकृत किया जा रहा है।
रूडी ने कहा कि राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद :एनसीवीटी: से संबद्ध औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में 126 नामोदिष्ट व्यवसायों में प्रशिक्षण दिया जाता है। पिछले तीन साल में शिल्पकार प्रशिक्षण योजना के तहत 21 नए व्यवसाय शुरू किए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि पिछले तीन वष्रो में एनसीवीटी के तहत मौजूदा पाठ्यक्रमों में पांच लाख नयी सीटें :16.9 लाख से बढ़ाकर 21.9 लाख: सृजित की गई हैं। कौशल अभिवृद्धि के लिए एक पहल के रूप में वर्ष 2016 में ‘प्रशिक्षण की दोहरी प्रणाली’ लागू की गई है।
उन्होंने कहा कि उक्त अवधि के दौरान देश में कुल 3342 नए प्रशिक्षण संस्थान खोले गए हैं। इस समय विभिन्न राज्यों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के बीच 13 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
( Source – PTI )