राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव आज रेलवे होटल आवंटन भ्रष्टाचार मामले में धन शोधन की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुये। आधिकारिक सूत्रों ने आज यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुबह 11 बजे के बाद यहां प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंचे। इस मामले में जांच अधिकारी द्वारा उनके बयान दर्ज किये जा रहे हैं।
इस मामले में यह दूसरा मौका है जब केंद्रीय जांच एजेंसी तेजस्वी से पूछताछ कर रही है।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने 10 अक्तूबर को उनसे करीब नौ घंटे तक पूछताछ की थी।
उन्होंने कहा कि इसके बाद से तेजस्वी चार मौकों पर पूछताछ के लिये पेश नहीं हुये और नये समन के बाद आज एजेंसी के समक्ष पेश हुये।
एजेंसी ने लालू प्रसाद, उनके परिवार के सदस्यों और अन्य के खिलाफ कुछ समय पहले धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया था।
तेजस्वी की मां एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अब तक कम से कम छह बार ईडी के समन की अनदेखी कर चुकी हैं।
जुलाई में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद तथा अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी और उनकी कई संपत्तियों पर छापेमारी की थी।
सीबीआई की एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि लालू प्रसाद ने बतौर रेल मंत्री अपने कार्यकाल के दौरान आईआरसीटीसी के दो होटलों के रखरखाव का काम 2004 में एक कंपनी को दिया था। एफआईआर के मुताबिक इसके बदले उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेम चंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के स्वामित्व वाली कंपनी से ‘बेनामी’ के जरिये पटना में बेशकीमती जमीन घूस के तौर पर ली थी।
सीबीआई की एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने उनके परिवार के सदस्य और अन्य के खिलाफ पीएमएलए के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया था।
सीबीआई ने भी हाल ही में इस मामले में तेजस्वी और लालू प्रसाद के बयान दर्ज किये थे।
( Source – PTI )