
इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा आरुषि और घरेलू नौकर हेमराज की हत्या के मामले में बरी किए गए राजेश और नूपुर तलवार के आज दोपहर जेल से बाहर आने की संभावना है। दंपती को बाहर आने पर सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
जेल अधीक्षक दधिराम मौर्य ने आज बताया कि जेल अधिकारियों ने गाजियाबाद जिला प्रशासन से दंपती के घर पहुंचने तक सुरक्षा मुहैया कराने की अपील की है।
मौर्य ने कहा, ‘‘जिला प्रशासन ने हमारी अपील स्वीकार कर ली है। उनके (दंपती के) आज दोपहर में जेल से रिहा होने की संभावना है।’’ उन्होंने बताया कि कई मीडिया कर्मी जेल के बाहर मौजूद हैं जिसे देखते हुए तलवार दंपति को सुरक्षा की आवश्यकता है।
जेल अधीक्षक ने बताया कि राजेश पर पहले भी हमला किया जा चुका है।
वर्ष 2011 में गाजियाबाद जिला अदालत परिसर के अंदर 30 वर्षीय एक व्यक्ति ने राजेश पर मांस काटने वाले चाकू से हमला कर दिया था।
मौर्य ने बताया कि जेल अधिकारियों को जैसे ही अदालत से रिहाई का आदेश मिलेगा, वे एक घंटे के भीतर उन्हें रिहा कर देंगे। तलवार दंपती के वकील को इलाहाबाद उच्च न्यायालय से आदेश प्रमाणित प्रति मिल गई है जो गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत को सौंपी जाएगी। गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत ने ही तलवार दंपती को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। वर्ष 2013 से ही वे डासना जेल में बंद हैं।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह उन्हें मामले में बरी कर दिया था। दंपती, जेल में बंद कैदियों की दंत सबंधी परेशानियों का इलाज करने के लिए हर 15 दिन में डासना जेल आएंगे।
( Source – PTI )