
गुजरात में आज हो रहे राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के प्रभावशाली राजनीतिक सचिव अहमद पटेल तथा भाजपा के अमित शाह, स्मृति इरानी एवं बलवंतसिंह राजपूत मैदान में हैं।
तीन राज्यसभा सीटों के लिए मतदान चल रहा है और ऐसे में पटेल ने अपनी जीत को लेकर भरोसा जताया है।
कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता शंकर सिंह वघेला ने अपना मत देने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘अहमद पटेल हारने वाले हैं। मैंने अपना मत उन्हें नहीं दिया है।’’ वघेला और छह अन्य विधायकों के हाल में अचानक पार्टी छोड़ने से परेशान कांग्रेस का इस चुनाव में काफी कुछ दांव पर है।
राघवजी पटेल अैर धर्मेंद्र सिंह जडेजा समेत इस समूह के कुछ विधायकों ने भी कहा कि उन्होंने भाजपा के लिए मतदान किया है।
चार बार राज्यसभा सदस्य रह चुके पटेल को पांचवीं बार यह चुनाव जीतने के लिए 45 मत चाहिए। उनकी पार्टी के पास वर्तमान में 44 विधायकों का समर्थन है।
किसी प्रत्याशी को सीधी जीत के लिए 45 मत हासिल करने की आवश्यकता होगी और सदन में 121 विधायकों वाली भाजपा के दो उम्मीदवारों पार्टी प्रमुख अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को आसान जीत मिलने की संभावना है लेकिन तीसरे प्रत्याशी राजपूत के लिए भाजपा के पास केवल 31 मत बचेंगे। राजपूत को जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस के बागी विधायकों और छोटे दलों के समर्थन की आवश्यकता होगी।
पार्टी छोड़ने से पहले तक राजपूत सदन में कांग्रेस के मुख्य सचेतक थे।
गुजरात में भाजपा द्वारा पटेल के खिलाफ कांग्रेस के एक बागी को खड़ा करने के मद्देनजर करीब दो दशक बाद राज्यसभा चुनाव में मुकाबला हो रहा है। इससे पहले बड़े दलों के आधिकारिक उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए जाते थे।
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार किसी प्रत्याशी को जीत के लिए कुल मतों के एक चौथाई मत और एक अतिरिक्त मत हासिल करना होगा यानि उसे 45 मत प्राप्त करने होंगे।
विधायकों को ( उम्मीदवारों की संख्या के अनुसार) अपनी पहली, दूसरी, तीसरी , चौथी पसंद बताते हुए मतदान करना होगा या वे नोटा का भी चयन कर सकते हैं।
( Source – PTI )