गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) प्रमुख विमल गुरुंग और सात अन्य के खिलाफ दार्जिलिंग में आगजनी और हिंसा की घटना में कथित संलिप्पता के लिए आज एक गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया।
सीआईडी के विशेष अधीक्षक अजॉय प्रसाद ने कहा ‘‘ सीआईडी के निवेदन पर दार्जिलिंग के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) ने यह गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। गत आठ जून को दार्जिलिंग में भानू भवन के बाहर आगजनी और हिंसा में उनके संलिप्तता के लिए फरार विमल गुरुंग और सात अन्य के खिलाफ वारंट जारी किया गया है।’’ जिन अन्य लोगों के खिलाफ वारंट जारी किये गये है उनमे जीजेएम महासचिव रोशन गिरि,जीजेएम युवा मोर्चा के अध्यक्ष प्रकाश गुरुंग, अमृत छेत्री, डी के प्रधान, तिलक रोका और जीजेएम महिला मोर्चा की प्रमुख और विमल गुरुंग की पत्नी आशा गुरुंग शामिल हैं।
अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में ढ़ाई महीनो से जीजेएम अपना आंदोलन चला रहा है। पिछले सप्ताह पश्चिम बंगाल पुलिस ने कलीमपोंग पुलिस थाने में एक बम विस्फोट समेत विभिन्न मामलों में उसकी कथित संलिप्तता के लिए गुरुंग के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। कलीमपोंग पुलिस थाने में हुए बम विस्फोट में एक नागरिक स्वयंसेवी की मौत हो गयी थी। जीजेएम समर्थक गत आठ जून को दार्जिलिंग शहर में राजभवन की ओर मार्च करने के प्रयास में हिंसा और आगजनी में शामिल थे। पर्वतीय क्षेत्र में स्कूलों में बंगाली ‘‘लागू’’ किये जाने का विरोध कर रहे हिसंक जीजेएम समर्थकों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गये और लाठीचार्ज करना पडा था। प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त करने और कुछ में आग लगाये जाने के बाद सेना को तैनात किया गया था।
( Source – PTI )