
जन्म से ईसाई एवं दिग्गज गायक के जे येसुदास को यहां सदियों पुराने श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर जाने और वहां पूजा-अर्चना करने की अनुमति दे दी गयी है।
मंदिर मामलों के प्रबंधन के लिए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रशासनिक समिति की एक विशेष बैठक में इस संबंध में येसुदास के अनुरोध पत्र और उनकी घोषणा को स्वीकार करने का निर्णय लिया गया।
परंपरा के मुताबिक, केवल हिंदू मतावलंबियों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति है। देश के दक्षिणी हिस्से में स्थित यह मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल और पर्यटन केन्द्र है।
पद्म भूषण से सम्मानित येसुदास रोमन कैथोलिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। पूर्व में, उन्हें गैर हिंदू होने के कारण त्रिसूर जिले के गुरूवायुर में प्रसिद्ध श्री कृष्ण मंदिर और मलप्पुरम के कदमपूजा देवी मंदिर में प्रवेश देने से मना कर दिया गया था । हालांकि, येसुदास केरल के पतनमथित्ता जिले के सबरीमाला स्थित अय्यप्पा मंदिर और कर्नाटक के कोल्लूर के मूकाम्बिका मंदिर में पूजा अर्चना के लिए अक्सर जाते हैं ।
उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं की स्तुति में कई भजन भी गाए हैं।
बैठक में मंदिर के तंत्री (प्रधान पुजारी), पेरिया नाम्बी (मुख्य पुजारी), कार्यकारी अधिकारी और समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।
मंदिर के कार्यकारी अधिकारी वी रतीसन ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया… बैठक में शामिल होने वाले सभी सदस्य मशहूर गायक के आग्रह को स्वीकार करने पर सहमत थे। अब, हम मंदिर समिति के निर्णय के बारे में औपचारिक जानकारी देंगे… यह उनका (येसुदास का) फैसला होगा कि वह कब मंदिर आना चाहेंगे। ’’ गौरतलब है कि दो दिन पहले येसुदास ने एक विशेष संदेशवाहक के जरिए अनुरोध पत्र भेजा था और हिंदुत्व में अपनी आस्था प्रकट की थी।
( Source – PTI )