हिन्दी दिवस के अवसर पर गैर-हिन्दी भाषी क्षेत्र पश्चिम बंगाल से प्रकाशित होने वाली प्रतिष्ठित हिन्दी साहित्यिक पत्रिका ‘नव साहित्य त्रिवेणी’ द्वारा वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक योगेश कुमार गोयल को हिन्दी साहित्य तथा हिन्दी पत्रकारिता में उनके विशिष्ट योगदान के लिए ‘अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी दिवस सम्मान 2021’ से विभूषित किया गया। उल्लेखनीय है कि श्री गोयल विगत 31 वर्षों से हिन्दी साहित्य और पत्रकारिता में निरन्तर सक्रिय हैं। 1990 में अपने पत्रकारिता कैरियर की शुरूआत करने के बाद उन्होंने अपने छात्र जीवन में ही 19 वर्ष की आयु में वर्ष 1993 में नशे के दुष्प्रभावों पर अपनी पहली पुस्तक ‘मौत को खुला निमंत्रण’ लिखी थी, जिसे कई सरकारी तथा गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत भी किया गया था। वर्ष 2000 से 2017 के बीच की अवधि में उन्होंने तीन फीचर एजेंसियों का सम्पादन भी किया। उनकी दो पुस्तकों ‘जीव जंतुओं का अनोखा संसार’ तथा ‘दो टूक’ को हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा और पर्यावरण संरक्षण पर एक पुस्तक ‘प्रदूषण मुक्त सांसें’ को हिन्दी अकादमी दिल्ली द्वारा आर्थिक अनुदान भी दिया जा चुका है। अपने 31 वर्षों के हिन्दी पत्रकारिता कैरियर में योगेश गोयल अब तक देश-विदेश के लगभग सभी प्रतिष्ठित समाचारपत्रों-पत्रिकाओं के लिए हजारों लेख लिख चुके हैं और उनकी कई विशेष वार्ताएं आकाशवाणी से भी प्रसारित हुई हैं।