कविता साहित्‍य

दर्द और दहशत

sorrowउसने देखा है

गाय और भैसों को

ट्रक और ट्रेक्टर से

ले जाते हुए

उसने देखा है

भेड़ और बकरी को

टैम्पू और तांगे पर

ले जाते हुए

उसने देखा है

मेमने को

बोरे में डाल कर

साइकिल से

ले जाते हुए

उसने देखा है

मुर्गियों को

रिक्शे- ठेले पर

ले जाते हुए

और हर बार

कई कई बार

महसूस किया है

उस दर्द, दहशत,

खौफ, जहालत,

अनिश्चितता, बेबसी …को

जो उस गाय, भैंस, बकरी,

भेड़, मेमने और मुर्गी ने

महसूस किया है

अपनी छोटी सी जिंदगी में !