व्यंग्य साहित्य ग्लोबल वॉर्मिंग का स्थायी समाधान December 14, 2015 by अशोक मिश्र | Leave a Comment अशोक मिश्र आप लोग यह बताएं कि दुनिया भर के बुद्धिजीवियों का अपर चैंबर खाली है क्या? अगर खाली नहीं होता, तो इतनी मामूली-सी बात को लेकर पेरिस में काहे मगजमारी करते। फोकट में अपनी-अपनी सरकारों का इत्ता रुपया-पैसा और टाइम खोटा किया। पेरिस के निवासियों को परेशान किया सो अलग। वह भी ग्लोबल वॉर्मिंग […] Read more » ग्लोबल वॉर्मिंग का स्थायी समाधान