समाज शहरी नक्सलियो को बेनकाब करने की जरूरत May 10, 2017 by डा रवि प्रभात | Leave a Comment नक्सली अपने प्रभाव क्षेत्र में क्रूरतापूर्वक युवतियों का यौनशोषण कर रहे हैं,उन्हें मनमर्जी से उठाकर ले जाते हैं,उन महिलाओं का सामूहिक बलात्कार तक किया जाता है बड़े नक्सली कमांडरों द्वारा,यहां तक कि समय समय पर गर्भपात और जबर्दस्ती नसबंदी जैसे अमानुषी कुकृत्यों को भी अंजाम देने में नक्सली कतई नही हिचकते। नक्सली तमाम ठेकेदारों,आम जनता तथा उद्योगपतियों से अवैध धन उगाही में लिप्त हैं,जो इनका मुख्य धंधा है।जो निर्दोष आदिवासी इनक़े पाशविक कारनामो का विरोध करते हैं उन्हें सरेआम पत्थरो से कुचलकर मार दिया जाता है।अनेक बच्चो को अपहृत कर लिया जाता है, जो आदिवासी मांसाहार न करना चाहे उसे बलपूर्वक गाय तथा मनुष्य तक का मांस खिलाने का पैशाचिक कारनामा ये लोग करते सुनाई देते हैं। Read more » एस आर पी कल्लूरी छत्तीसगढ़ दिल्ली –विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर चन्दन कुमार नक्सलवादी संगठन शहरी नक्सली सुकमा
साक्षात्कार विश्वविद्यालयों के लालरंग में दबा आम जनमानस का साहित्य December 31, 2016 by प्रभांशु ओझा | Leave a Comment साहित्य यूँ तो समाज का दर्पण कहा जाता है लेकिन क्या हो जब यह दर्पण किसी ख़ास विचारधारा का मुखपत्र भर बन कर रह जाये ? क्या हो जब साहित्य के नाम पर विचारधारा का प्रचार किया जाने लगे .साहित्य की दुनिया में एक खास विचारधारा की तानाशाहियों पर खुलकर बातचीत की हिंदी –विभाग,दिल्ली –विश्वविद्यालय […] Read more » interview with D U Proffessor Chandan Kumar दिल्ली –विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर चन्दन कुमार लालरंग में दबा आम जनमानस का साहित्य विश्वविद्यालयों के लालरंग