कविता बेगानों के जश्न में,दीवाना मस्ताना है कोई August 20, 2018 / August 20, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment बेगानों के जश्न में,दीवाना मस्ताना है कोई मुल्क से बढकर,किसी का दोस्त है वहाँ कोई शहीदों के कातिलो को, बेगुनाह समझते हो तुम उनके मुल्क में जाकर,उनको गले लगाते हो तुम सोचते हो अगर वे बेगुनाह है सिद्धू ऐसा हो तुम फिर पाक में जाकर,बस जाते क्यों नहीं तुम ? पता लगेगा तुम्हे,कैसी कदर करता […] Read more » 'मुल्क क्रिकेट दीवाना मस्ताना है कोई बेगानों के जश्न में मोहब्बत