Skip to content Skip to footer
प्रवक्‍ता.कॉम – Pravakta.Com Logo
Menu
  • राजनीति
    • चुनाव
    • लोकसभा चुनाव
    • विधानसभा चुनाव
    • घोषणा-पत्र
    • चुनाव विश्‍लेषण
    • आंकडे
  • विश्ववार्ता
  • मनोरंजन
    • मनोरंजन
    • रेडियो
    • टेलिविज़न
    • सिनेमा
    • संगीत
    • खेल जगत
    • चुटकुले
    • कार्टून
  • मीडिया
  • साहित्‍य
    • लेख
    • कहानी
    • कविता
    • गजल
    • आलोचना
    • व्यंग्य
    • पुस्तक समीक्षा
  • विविधा
  • साक्षात्‍कार
  • न्यूज़
  • अन्य
    • आर्थिकी
    • समाज
    • कला-संस्कृति
    • धर्म-अध्यात्म
    • महिला-जगत
    • बच्चों का पन्ना
    • विधि-कानून
    • हिंद स्‍वराज
    • सार्थक पहल
    • खेत-खलिहान
    • जन-जागरण
    • विज्ञान
    • स्‍वास्‍थ्‍य-योग
    • सैर-सपाटा
    • खान-पान
    • वीडियो
    • वीडियो
    • पोल Archive

Tag: देखा मैंने राजधानी में

कविता

देखा मैंने राजधानी में

February 5, 2014 by मिलन सिन्हा | Leave a Comment

-मिलन सिन्हा – देखा मैंने राजधानी में आलीशान इमारतों का काफिला और बगल में झुग्गी झोपड़ियों की बस्ती जैसे अमीरी-गरीबी रहते साथ-साथ दो अलग-अलग दुनिया में सुविधाएँ अनेक इमारतों में असुविधाएं अनेक झोपड़ियों में एक तरफ रातें रंगीन हैं तो दूसरी ओर सिर्फ कल्पनाएं रंगीन हैं, यथार्थ काला ऊपर मदिरा में डूबकर भी प्यासे हैं […]

Read more »

poem देखा मैंने राजधानी में
Sidebar

Search Authors by Hindi Name

Loading...

  • हमारे बारे में
  • प्रवक्‍ता मण्डली
  • प्रवक्ता लेखक सूची
  • प्रवक्ता पर विज्ञापन
  • लेख भेजें
  • संपर्क
© 2025 प्रवक्‍ता.कॉम – Pravakta.Com