व्यंग्य व्यंग्य:होली कंट्री और होलीवाटर March 1, 2012 by पंडित सुरेश नीरव | Leave a Comment पंडित सुरेश नीरव वो कितने नासमझ हैं जो कहते हैं कि होली आ रही है। मैं उनसे पूछता हूं कि भैया मेरे होली गई कहां थी जो आ रही है। कौन समझाए इन्हें कि होली तो हमारे प्राणों में है और होली में ही हमारे प्राण हैं। हम सब इस महान होली कंट्री के मासूम […] Read more » satire on Holi होली कंट्री होलीवाटर