विविधा अरुण यह मधुमय देश हमारा March 20, 2010 / December 24, 2011 by डॉ. सौरभ मालवीय | 1 Comment on अरुण यह मधुमय देश हमारा नव रात्र हवन के झोके, सुरभित करते जनमन को। है शक्तिपूत भारत, अब कुचलो आतंकी फन को॥ नव सम्वत् पर संस्कृति का, सादर वन्दन करते हैं। हो अमित ख्याति भारत की, हम अभिनन्दन करते हैं॥ इस सृष्टि की सर्वाधिक उत्कृष्ठ काल गणना का श्री गणेश भारतीय ऋषियों ने अति प्राचीन काल से ही कर दिया […] Read more » Indian newyear भारतीय नववर्ष