कविता खुशियों को साथ लेकर आती हैं बेटियां February 13, 2014 by राजेश त्रिपाठी | Leave a Comment -राजेश त्रिपाठी- मात-पिता का गौरव बन चंदा सा चमके। जिसके यश का सौरभ सारे जग में महके।। घर की सुंदर अल्पना, देवों का वरदान। बेटी तो है घर में खुशियों की पहचान।। घर-घर में दीप खुशी के जलाती हैं बेटियां। धनवान हैं वे जिनके घर आती हैं बेटियां।। बेटी है नाम ममता का समता का […] Read more » poem on daughthers खुशियों को साथ लेकर आती हैं बेटियां