लेख जीवन-मृत्यु का प्रश्न बनती कोचिंग के बोझ तले पढाई January 23, 2025 / January 23, 2025 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment प्रतिस्पर्धा के बीच जीवित रहने का संघर्ष करते बच्चे। स्कूली पढाई के बजाय कोचिंग के भयावह दौर में, छात्रों में आत्महत्या की प्रकृति और प्रवृत्ति का नए सिरे से अध्ययन करने की भी बहुत सख्त ज़रूरत है, क्योंकि देश की पूरी युवा बौद्धिक संपदा दांव पर लगी हुई है, जिसके दूरगामी गंभीर नतीजे पूरे राष्ट्र […] Read more » Studying under the burden of coaching becomes a matter of life and death. कोचिंग के बोझ तले पढाई