राजनीति जनादेश बड़ा होता है तो जनाकांक्षाएँ भी बड़ी होती हैं February 10, 2015 / February 10, 2015 by आलोक कुमार | 2 Comments on जनादेश बड़ा होता है तो जनाकांक्षाएँ भी बड़ी होती हैं दिल्ली में आम आदमी पार्टी की इस ‘सुपर लैंड-स्लाईड विक्ट्री’ से ये स्पष्ट है कि जनता के मिजाज और नब्ज को केजरीवाल और उनकी टीम ने बाकी ‘सबों’ से बेहतर भाँपा l इस ‘सब’ में केजरीवाल विरोधी पार्टियाँ भी हैं , मीडिया का वो तबका भी है जो आम आदमी पार्टी की जीत का आक्लन तो कर रहा था लेकिन उसे भी ‘ऐसी’ जीत की उम्मीद […] Read more » जनादेश बड़ा होता है