सुभाष शिरढोनकर
8 अप्रेल, 1983 को चैन्नई में पैदा हुए अल्लू अर्जुन को साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सबसे स्टाइलिश सुपर स्टार का दर्जा हासिल हैं। मूलत: तेलुगु फिल्मों के स्टार होने के बावजूद वे, वहां की चारों भाषाओं की 100 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं।
एक फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखने की वजह से अल्लू का रुझान हमेशा ही फिल्मों की तरफ था। अल्लू अर्जुन के दादा अल्लू रामलिंगैया ने साउथ की 1000 से अधिक फिल्मों में काम किया था। वे तेलुगु फिल्मों के बेहद फेमस एक्टर थे।
अल्लू अर्जुन के पिता अल्लू अरविंद साउथ फिल्म इंडस्ट्री एक बेहद सम्मानित फिल्म निर्माता हैं और उन्होंने अब तक कई हिट फिल्में बनाई हैं।
सुपरस्टार चिरंजीवी अल्लू अर्जुन के फूफा हैं। चिरंजीवी के बेटे रामचरण अल्लू अर्जुन के चचेरे भाई हैं। चिरंजीवी के भाई एक्टर पवन कल्याण वर्तमान में आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम हैं।
अल्लू ने 2 साल की उम्र में ए.के रेड्डी निर्देशित ’विजेता’ (1985) में पहली बार एक बाल कलाकार के तौर पर अपने एक्टिंग कैरियर की शुरूआत की। के विश्वनाथ निर्देर्शित ’स्वाती मुत्यम’ (1986) में भी वो बाल कलाकार के रूप में नजर आए।
अल्लू अर्जुन ने सुरेश कृष्ण की ’डैडी’ (2001) में एक मेल डांसर का कैमियो किया था। उसके बाद लीड एक्टर के तौर पर उनकी पहली फिल्म के. राघवेन्द्र राव निर्देशित ’गंगोत्री’ (2003) थी।
सुकुमार की फिल्म ’आर्य’ (2004) अल्लू अर्जुन की पहली न केवल पहली हिट थी बल्कि इसके लिए उन्हें पहली बार सर्वश्रेष्ठ तेलुगु अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार हेतु नॉमिनेशन मिला।
वी.वी.विनायक की ’बन्नी’ (2005) में अल्लू अर्जुन एक कॉलेज स्टूडेंट बने थे। ए करूणाकरण की म्यूजिकल लव स्टोरी फिल्म ’हैप्पी’ (2006) और उसके बाद पुरी जगन्नाथ की एक्शन फिल्म ‘देसा मुदरू’ (2007) के साथ अल्लू अर्जुन एक्शन स्टार बन गये।
प्रभु देवा निर्देशित ’शंकरदादा जिंदाबाद’ (2007) में अल्लू एक छोटे लेकिन बेहद असरदार कैमियो में थे। भास्कर की ’परूगू’ (2008) और सुकुमार की साइक्लोजीकल एक्शन ड्रामा ’आर्या 2’ (2009) में ऑडियंस ने उन्हें खूब पसंद किया।
इसके बाद अल्लू अर्जुन ’वरूदू’ (2010) ’वेदम’ (2010) ’बद्रीनाथ’ (2011) ’येवादू’ (2014) ’सारिनोडू’ (2016) और ’अला वेंकटापुरूमुलू’ (2020) जैसी फिल्मों से निरंतर आगे बढते रहे। अपने दो दशक से अधिक के शानदार फिल्मी करियर में, अल्लू अर्जुन ने एक से बढकर एक कई फिल्मों में काम किया।
लेकिन अल्लू अर्जुन के करियर में एक बड़ा बदलाव तब आया जब ‘पुष्पा: द राइज’ (2021) में उनकी अदाकारी ने उन्हें एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। फिल्म में अल्लू अर्जुन द्वारा निभाया गया पुष्पराज का किरदार भारतीय सिनेमा में सबसे पसंदीदा किरदारों में से एक बन गया । इस फिल्म ने उन्हें ग्लोबल पहचान दिलाई।
69 वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में ‘पुष्पा: द राइज’ (2021) के लिए अल्लू अर्जुन को बेस्ट एक्टर अवॉर्ड दिया गया है। यह सम्मान पाने वाले अल्लू पहले तेलुगु एक्टर हैं। अल्लू अर्जुन, अब तक 05 बार बेस्ट एक्टर के फिल्मफेयर अवार्ड हासिल कर चुके हैं।
सुकुमार व्दारा निर्देशित और मैत्री मूवी मेकर्स व्दारा प्रोड्यूस की गई 350 करोड़ के बजट में बनी अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना स्टारर ‘पुष्पा 2: द रूल’ 15 अगस्त 2024 को रिलीज हुई। इसमें दर्शकों को पहले भाग के मुकाबले कहीं ज्यादा दमदार एक्शन देखने मिला।
‘पुष्पा 2: द रूल’ (2024) ने पहले दिन 175 करोड़ का कलेक्शन किया इस तरह ये फिल्म ‘आररआरआर’ (2022) की पहले दिन की 133 करोड़ की कमाई से आगे निकलकर इंडिया की अब तक की ओपनिंग डे पर सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी।
‘पुष्पा 2: द रूल’ (2024) के बाद से अल्लू के फैंस का दायरा लगातार बढता जा रहा है। बॉलीवुड के जो दर्शक साउथ की फिल्में देखते हैं वे चाहते हैं कि अल्लू अब बॉलीवुड फिल्मो में भी काम करें। अल्लू उनकी ख्वाहिश का सम्मान करते हुए बॉलीवुड में आने की सोच रहे हैं। उनकी एक हां के लिए बड़े मेकर इंतजार कर रहे हैं।
अल्लू अर्जुन के फैंस के लिए अब एक अच्छी खबर आ रही है कि वे जल्दी ही संदीप रेड्डी वंगा और भूषण कुमार की फिल्म के साथ बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रहे है।
सुभाष शिरढोनकर