राजनीति भारतीय जनतंत्र अपने में अनूठा November 23, 2012 / November 21, 2012 | Leave a Comment अनिल अनुप भारतीय जनतंत्र शब्दों में बहुत बड़ा कहा जाता है पर गुणत्व में बहुत सी खामियां हैं। यदि जनतंत्र का आशय देशहित को ताक पर रखना हो तो निश्चय ही भारतीय जनतंत्र अपने में अनूठा है। बड़ा जनतंत्र संख्या को दृष्टिगोचर करता है, भारतीय दुनिया में जनतंत्र सर्वोपरि है। यदि आर्थिक नीतियों का ध्यान […] Read more » Indian democracy भारतीय जनतंत्र भारतीय जनतंत्र अपने में अनूठा
समाज बुरके के पीछे सिर्फ कट्टरपंथ November 22, 2012 / November 21, 2012 | Leave a Comment अनिल अनुप नकाब, हिजाब या बुरके के पीछे सिर्फ मुस्सिम कट्टरपंथ की शिकार ही नहीं छिपी होती, बल्कि रेडिकल विचार भी पनप रहे होते हैं, यह सऊदी अरब की कवयित्री हिसा हिलाल ने साबित कर दिया है। सऊदी अरब वह मुल्क है, जिसने इस्लाम की सबसे प्रतिक्रियावादी व्याख्या अपने नागरिकों पर थोपी हुई है। इसकी […] Read more »
समाज परंपराओं के अजीबोगरीब घालमेल November 22, 2012 / November 21, 2012 | Leave a Comment अनिल अनुप नसीब खान ने हाल ही में अपने बेटे प्रकाश सिंह की शादी राम सिंह की बेटी गीता से की. तीन महीने पहले हेमंत सिंह की बेटी देवी का निकाह एक मौलवी की मौजूदगी में लक्ष्मण सिंह से हुआ. माधो सिंह को जब से याद है वो गांव की ईदगाह में नमाज पढ़ते आ […] Read more » chita-mairat
शख्सियत संगीत रेत की धार में बहती आवाज November 21, 2012 / November 21, 2012 | 4 Comments on रेत की धार में बहती आवाज अनिल अनूप आवाजों को सरहदों के पार जाने से रोका नहीं जा सकता। शायद इसीलिए राजस्थान के लूणा गांव की आवाज रेत के धोरों में बहती हुई पाकिस्तान में मेहदी हसन तक पहुंच जाती है और वे यहां आने के लिए छटपटाने लगते हैं। पाकिस्तान से खबर है कि अस्वस्थ होने के बावजूद वे एक […] Read more » mehendi hasan luna gaon meheni hasan
बच्चों का पन्ना बाल-व्यापार और यौन शोषण December 30, 2010 / December 18, 2011 | Leave a Comment अनिल अनूप दुनिया में बहुत बड़ी संख्या में बच्चे बाल-व्यापार के शिकार हैं यह सर्वविदित है. देश में बाल व्यापार कानून की जद में वेश्याव्रित्त और यौन शोषण ही है, यह सत्य है की भारत के मौजूदा कानून बाल व्यापार पर लगाम लगाने में समर्थ नहीं है शायद इसीलिये नए कानून की आवश्यकता है. दुनिया […] Read more » Child exploitation बाल व्यापार बाल शोषण
विविधा समाज देहव्यापार के बदलते स्वरुप और बिलखती घुंघरू December 13, 2010 / December 18, 2011 | 6 Comments on देहव्यापार के बदलते स्वरुप और बिलखती घुंघरू अनिल अनूप महानगरीय संस्कृति एवं ग्लैमर ने आज देह व्यापार के मायने ही बदल दिए हैं. काफी हाई टेक हो गया है यह व्यापार, देश में आज कुल ग्यारह सौ सत्तर रेड लाइट एरिया हैं. इसमें ब्यापारिक दृष्टिकोण से सबसे ज्यादा धंधा वाला एरिया है कोलकता और मुंबई . कडोडो रूपये का साप्ताहिक आंकडा है […] Read more » Body Profession देहव्यापार