कविता कविता:दीया अंतिम आस का July 29, 2012 / July 29, 2012 | 4 Comments on कविता:दीया अंतिम आस का दिनेश गुप्ता ‘दिन’ दीया अंतिम आस का, प्याला अंतिम प्यास का वक्त नहीं अब, हास परिहास उपहास का कदम बढाकर मंजिल छू लूँ, हाथ उठाकर आसमाँ पहर अंतिम रात का, इंतज़ार प्रभात का बस एक बार उठ जाऊँ, उठकर संभल जाऊँ दोनों हाथ उठाकर, फिर एक बार तिरंगा लहराऊँ दुआ अंतिम रब से, कण […] Read more » कविता:दीया अंतिम आस का