समाज हमें नकल छोड़नी होगी December 18, 2025 / December 18, 2025 | Leave a Comment किस्से-कहानी हमारे समाज का ही अंग होते हैं और उसमें मनोरंजन, कल्पना, संवेदना सभी कुछ मिलाकर लिखा जाता और सुनाया जाता है। एक कहानी याद आती है कि एक बार एक भालू शहद खा रहा था, बंदर भी वहीं पर उछल-कूद कर रहा था। भालू को पता था कि बंदर नकलची होता है। Read more » हमें नकल छोड़नी होगी
मनोरंजन एक नजर : टेलीविजन December 11, 2025 / December 11, 2025 | Leave a Comment सूचना प्रौद्योगिकी युग में दूरदर्शन अपना विशेष महत्व रखता है। यह दो शब्दों के योग से बना है। दूर और दर्शन अर्थात दूर के दर्शन करवाने वाला उपकरण। Read more » टेलीविजन
राजनीति सनातन हिंदू एकता के निहितार्थ November 17, 2025 / November 17, 2025 | Leave a Comment संस्कारों की अमृतधारा भारतवर्ष में बहती रही है और भविष्य में भी बहती रहेगी। हमारा ज्ञान ही हमें विश्व में अन्य देशों से अलग करता है। जहां तक हिंदू शब्द की बात है, हिंदू सनातन की आत्मा Read more » सनातन हिंदू एकता
लेख रक्षक बने भक्षक November 13, 2025 / November 13, 2025 | Leave a Comment व्यक्तियों की सोच दृष्टि और दृष्टिकोण किसी भी समाज को उच्च पद प्रतिष्ठा पर ले जा सकती है तथा उसे गिरा भी सकती है। व्यक्ति की कार्यशैली ही उसके व्यक्तित्व को महान Read more » रक्षक बने भक्षक
कला-संस्कृति रामचरितमानस में श्रीराम दर्शन August 28, 2025 | Leave a Comment डॉ. नीरज भारद्वाज भगवान श्रीराम के दर्शनों के लिए यह मानव रूपी जीव लालायित रहा है। भगवान का धरा धाम पर आना भी एक पूर्ण योजना के आधार पर ही होता है। गोस्वामी तुलसीदास लिखते हैं कि, जब–जब होई धर्म कै हानी। बाढ़हिं असुर अधम अभिमानी।। तब तब धरि प्रभु विविध शरीरा, हरहि दयानिधि सज्जन पीरा।। भगवान श्रीमद्भगवतगीता के अध्याय चार के श्लोक […] Read more »
लेख देश का आधार : शिक्षा और स्वास्थ्य August 8, 2025 / August 8, 2025 | Leave a Comment डॉ. नीरज भारद्वाज किसी भी विकसित राष्ट्र के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं। दोनों ही देश के विकास के मजबूत पहिए भी हैं। कहा जाता है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। इस दृष्टि से हर व्यक्ति का स्वस्थ रहना और शिक्षा प्राप्त करना मूलभूत आवश्यकता है। हमारे देश के अलग-अलग […] Read more » Foundation of the country: Education and health शिक्षा और स्वास्थ्य
लेख समाज दीवारों से घिरे लोग July 25, 2025 / July 25, 2025 | Leave a Comment डॉ. नीरज भारद्वाज सिनेमा, साहित्य और समाज सभी हमें अलग-अलग पक्षों पर अलग-अलग शिक्षा देते हैं। सिनेमा और साहित्य दोनों ही समाज का अंग हैं। इस दृष्टि से समझे तो समाज सबसे बड़ी शक्ति है, इसमें सभी कुछ दिखाई देता है। व्यक्ति समाज में जीवन यापन करता है और समाज के साथ ही रहता है। जो समाज […] Read more » people surrounded by walls दीवारों से घिरे लोग
चिंतन धर्म-अध्यात्म राम जन्म के हेतु अनेका June 24, 2025 / June 24, 2025 | Leave a Comment डॉ. नीरज भारद्वाज राम शब्द सुनते ही मन मस्तिष्क में रामचरितमानस का जाप शुरू हो जाता है। राम नाम एक मंत्र है, जिसने भी इसे जपा, भजा और गाया वह इस आवागमन के चक्कर से मुक्त हो गया। इस चराचर जगत में श्रीराम की ही महिमा है। भगवान श्रीराम के प्रकट होने से लेकर उनके […] Read more » राम जन्म भूमि
राजनीति विकसित भारत के संकल्प में सहयोगी क्रांतियाँ June 10, 2025 / June 10, 2025 | Leave a Comment डॉ. नीरज भारद्वाज विकसितभारत के संकल्प को पूरा करने में देश के हर क्षेत्र और व्यक्ति का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में और देश को आगे बढ़ाने में आजादी के बाद से ही समय-समय विभिन्न क्रांतियों ने एक बड़ी भूमिका निभाई है। क्रांति शब्द सुनकर माना यह जाता […] Read more » Revolutions that support the resolution of a developed India विकसित भारत विकसित भारत के संकल्प में सहयोगी क्रांतियाँ
राजनीति विकसित भारत : संकल्प का प्रथम कदम June 2, 2025 / June 2, 2025 | Leave a Comment डॉ. नीरज भारद्वाज इतिहास के कुछ पन्ने हमें यह भी बताते हैं कि जब हमारा देश स्वतंत्र हुआ तो पाश्चात्य देश यह कहते थे कि भारतवर्ष स्वतंत्रता को ज्यादा दिन तक संभाल नहीं पाएगा। इस देश का विकास होना संभव नहीं है। माना कि यह बात उस समय और परिस्थिति के आधार पर कुछ समीक्षकों और बुद्धिजीवियों […] Read more » Developed India : First step towards resolution विकसित भारत
राजनीति जल जीवन मिशन April 4, 2025 / April 4, 2025 | Leave a Comment डॉ. नीरज भारद्वाज जल बचाने का हम सभी को अपने जीवन में मिशन बनाना होगा वरना आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत बड़ा संकट हम खड़ा करने जा रहे हैं। जल है तो कल है, इस बात को भी हमें समझना-जानना होगा। भारतवर्ष गांव का देश है, गांवों में भारत की आत्मा का वास है, […] Read more » जल जीवन मिशन
कला-संस्कृति गीता : जीवन का ज्ञान April 1, 2025 / April 1, 2025 | Leave a Comment डॉ. नीरज भारद्वाज गीता ज्ञान, भक्ति, कर्म, साधना योग आदि सभी का भंडार है। गीता को जिसने समझ लिया उसका यह जीवन अर्थात इहलोक और परलोक दोनों ही संवर जायेगें। गीता गहन चिंतन-मनन और जीवन में उतारे का विषय है। इसमें रचा बसा एक-एक शब्द रूपी मोती जीवन को बदल देता है। भारतीय ज्ञान परंपरा […] Read more » Geeta : Knowledge of Life गीता