महिला-जगत लेख समाज महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा के लिए ख़तरा बनी साइबर की दुनिया November 11, 2024 / November 11, 2024 | Leave a Comment -प्रियंका सौरभ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से उत्पन्न सामग्री के उदय ने डिजिटल स्पेस में महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को और बढ़ा दिया है, जिससे ऑनलाइन उत्पीड़न और गोपनीयता उल्लंघन के नए रूप सामने आए हैं। इसने टेक कंपनियों और सरकारों दोनों को तत्काल कार्यवाही करने की आवश्यकता बताई है। आज जब साइबर क्षेत्र में […] Read more » आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ख़तरा बनी साइबर की दुनिया
लेख समाज अपराध और अपराधियों को बचाने में अधिकारियों की संलिप्तता November 8, 2024 / November 8, 2024 | Leave a Comment इन दिनों हम देखते है कि देश भर में उच्च पदों पर बैठे कुछ अफसरों के भ्र्ष्टाचार और यौन अपराधों में ख़ुद के शामिल होने और अपराधियों को बचाने में उनकी सलिंप्तता के मामले बढ़ते जा रहे हैं जो देश और समाज के लिए सही संकेत नहीं हैं। आख़िर कौन-सी वज़ह हैं कि उच्च पद […] Read more » अपराध और अपराधियों
बच्चों का पन्ना लेख बच्चों में स्क्रीन की बढ़ती लत एक गंभीर समस्या November 6, 2024 / November 6, 2024 | Leave a Comment स्कूल जाने वाले बच्चों के माता-पिता के लिए यह महत्त्वपूर्ण है कि वे तकनीक के इस्तेमाल के मामले में सीमाएँ तय करें। यहाँ एक विशेषज्ञ गाइड है जो आपको बताती है कि कैसे स्क्रीन की लत, मादक पदार्थों की लत की तरह, डोपामाइन के स्तर में वृद्धि पैदा करने के लिए जानी जाती है। स्क्रीन […] Read more » बच्चों में स्क्रीन की बढ़ती लत
लेख मणिपुर की जातीय हिंसा, अधिकारियों की अग्नि परीक्षा November 1, 2024 / November 5, 2024 | Leave a Comment -प्रियंका सौरभ मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा 3 मई, 2023 को भड़क उठी। इस संघर्ष में 200 से अधिक मौतें हुईं और 60, 000 लोग विस्थापित हुए। मैतेई और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष की जड़ें मणिपुर के जातीय और ऐतिहासिक संदर्भ में गहराई से जुड़ी हुई हैं। मुख्य रूप […] Read more » Manipur's caste violence the litmus test for officials मणिपुर की जातीय हिंसा
लेख पीएचडी छात्रों के लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा के मायने October 23, 2024 / October 23, 2024 | Leave a Comment नेट पर बढ़ती निर्भरता अनजाने में भारत में शोध के दायरे को सीमित कर सकती है। अनुसंधान विचार, कार्यप्रणाली और परिप्रेक्ष्य की विविधता पर पनपता है। नेट जैसे मानकीकृत परीक्षण, जो आलोचनात्मक सोच पर याद रखने को प्राथमिकता देते हैं, ऐसे विद्वान पैदा कर सकते हैं जो परीक्षा उत्तीर्ण करने में माहिर हैं लेकिन ज्ञान […] Read more » Meaning of National Eligibility Test for PhD students राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा
राजनीति दुनिया के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में क्यों होते है सिग्नल फेल? October 16, 2024 / October 16, 2024 | Leave a Comment प्रियंका सौरभ भारत का रेलवे बुनियादी ढांचा विशाल लेकिन पुराना है, जिससे विभिन्न कमियों के कारण दुर्घटनाओं का ख़तरा बना रहता है। हाल ही में सिग्नल की विफलता के कारण मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस चेन्नई के पास एक स्थिर मालगाड़ी से टकरा गई, जिससे मज़बूत सुरक्षा उपायों की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश पड़ा। दुनिया के सबसे बड़े […] Read more » Why do signals fail in the world's largest railway network? रेलवे नेटवर्क रेलवे नेटवर्क में सिग्नल फेल
लेख ‘कार्बन खेती’ में छोटे और सीमांत किसानों के लिए लाभ का द्वार। October 7, 2024 / October 7, 2024 | Leave a Comment कृषि में कार्बन क्रेडिट बाजार अभी प्रारंभिक अवस्था में है और इसके लिए सख्त नियामक प्रणाली की आवश्यकता है। छोटे पैमाने के किसान जो कम कार्बन और वनों की कटाई से मुक्त पद्धतियों को लागू करते हैं, वे कार्बन बाजारों से लाभ उठाने की अच्छी स्थिति में हैं। कार्बन बाजार उन किसानों को मुआवजा […] Read more » carbon farming कार्बन खेती
राजनीति समाज हरियाणा का खराब लिंगानुपात क्यों नहीं बना चुनावी मुद्दा? October 1, 2024 / October 1, 2024 | Leave a Comment ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के शुरुआती साल 2014 में लिंगानुपात में कुछ सुधार के बाद हरियाणा में यह फिर से बिगड़ने लगा है। एक साल में ही हरियाणा में जन्म के समय लिंगानुपात में बड़ा सुधार हुआ। एक हज़ार लड़कों के मुकाबले 900 लड़कियों के जन्म के साथ ही यह बीते 20 साल के […] Read more » हरियाणा का खराब लिंगानुपात
राजनीति लेख समाज धीमा न्याय निर्भयाओं को कर रहा कमजोर August 19, 2024 / August 19, 2024 | Leave a Comment धीमा न्याय निर्भयाओं को कर रहा कमजोर,हैवानियत को अंजाम तक पहुंचना चाहिए। महिलाओं के विरुद्ध यौन हिंसा में संस्थागत कारकों में अपर्याप्त संसाधन वाले पुलिस बल और अप्रभावी कानून प्रवर्तन सहित संस्थागत विफलताएं ,महिलाओं के खिलाफ हिंसा के जारी रहने में योगदान करती हैं। अक्सर, मामले या तो दर्ज नहीं किए जाते हैं या पूरी […] Read more »
लेख समाज लुटती जाए द्रौपदी, जगह-जगह पर आज। August 14, 2024 / August 14, 2024 | Leave a Comment अगर यह बलात्कार संस्कृति नहीं है, जिसे समाज के समझदार पुरुषों और महिलाओं, संस्थानों और सरकारी अंगों द्वारा समर्थित और बरकरार रखा जाता है, तो यह क्या है? आप सभी कानून, सभी तेज़ अदालतें, यहाँ तक कि मौत की सज़ा भी ला सकते हैं, लेकिन कुछ भी नहीं बदल सकता जब तक कि एक समान […] Read more »
लेख सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को आकार देती हैं पाठ्यपुस्तकें July 25, 2024 / July 25, 2024 | Leave a Comment एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकें भारत की शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, ऐसे कई क्षेत्र हैं जहाँ वे छात्रों के सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। जैसे-जैसे भारत आगे बढ़ रहा है, समकालीन मूल्यों को प्रतिबिंबित करने और छात्रों के बीच अधिक समग्र समझ को बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक सामग्री […] Read more » Textbooks shape social and cultural values
लेख मिट्टी में मिलते जा रहे, मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों के अरमान July 19, 2024 / July 19, 2024 | Leave a Comment मिट्टी के बर्तन बनाने के अलावा इनके पास और कोई दूसरा रोजगार नहीं है, न ही कृषि करने के लिए इनके पास भूमि है। और न अन्य साधन, जिससे आय का आवक हो पाए। यह जैसे-तैसे करके अपने परिवार को पाल रहे हैं। मौजूदा दौर में एल्युमीनियम, थर्माकोल व प्लास्टिक बर्तनों का खूब चलन चला […] Read more »