पर्यावरण लेख पृथ्वी हर आदमी की जरूरत को पूरा कर सकती है, लालच को नहीं। April 21, 2022 / April 21, 2022 | Leave a Comment -प्रियंका ‘सौरभ’ महात्मा गांधी ने एक बार कहा था – पृथ्वी हर आदमी की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को नहीं। पिछले 25 वर्षों में मनुष्यों ने पृथ्वी के दसवें भाग के जंगल को नष्ट कर दिया है और यदि प्रवृत्ति जारी रहती है तो […] Read more » अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस
लेख मातृत्व दिवस April 10, 2022 / April 10, 2022 | Leave a Comment 11 अप्रैल मातृत्व दिवस विशेष ‘मातृत्व की कला बच्चों को जीने की कला सिखाना है’।(माँ अपने बच्चे के चेहरे पर पहली मुस्कान देखती है।) –प्रियंका ‘सौरभ’ यह एक सर्वविदित तथ्य है कि पांच साल से कम उम्र के बच्चे के लिए सबसे अच्छी उम्र होती है क्योंकि वह इस उम्र में सबसे ज्यादा सीखता है। […] Read more » 11 अप्रैल मातृत्व दिवस 11th April Mother's Day
राजनीति आखिर कैसे भगत सिंह ‘आप के’ लिए एक नायक बन गए? March 25, 2022 / March 25, 2022 | Leave a Comment -प्रियंका ‘सौरभ’ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यालय में भगत सिंह की एक तस्वीर विवादों में घिर गई है।आप पार्टी के नए मुख्यमंत्री ने कहा है कि वह एक समतावादी पंजाब बनाने का सपना देखते हैं जिसका सपना भगत सिंह ने देखा था और जिसके लिए उन्होंने अपना जीवन बलिदान कर दिया।हालांकि,मुख्य रूप से […] Read more » how did Bhagat Singh become a hero for Aap भगत सिंह आप के लिए एक नायक
समाज खंडित हो रहे परिवार, हमारी संस्कृति में गिरावट के प्रतीक March 21, 2022 / March 21, 2022 | Leave a Comment –प्रियंका ‘सौरभ’ परिवार, भारतीय समाज में, अपने आप में एक संस्था है और प्राचीन काल से ही भारत की सामूहिक संस्कृति का एक विशिष्ट प्रतीक है। संयुक्त परिवार प्रणाली या एक विस्तारित परिवार भारतीय संस्कृति की एक महत्वपूर्ण विशेषता रही है, जब तक कि शहरीकरण और पश्चिमी प्रभाव के मिश्रण ने उस संस्था को झटका […] Read more » Families being fragmented symbols of decline in our culture खंडित हो रहे परिवार
लेख भाई को भाई का दुश्मन बनाती हरियाणा सरकार December 29, 2021 / December 29, 2021 | Leave a Comment (ये अंक उन बच्चों को नहीं मिलेंगे जिस घर में पति-पत्नी, भाई, बहन, सास-ससुर या परिवार में कोई भी नौकरी पर हो. क्या ये भाई की नौकरी से दूसरे भाई और बहन से अन्याय नहीं ? क्या ये माँ-बाप के नौकरी पर होने से बच्चों की प्रतिभा से अन्याय नहीं या फिर हरियाणा के मुख्यमंत्री […] Read more » हरियाणा सरकार
कविता बचपन के वो गीत ! November 15, 2021 / November 15, 2021 | Leave a Comment स्याही-कलम-दवात से, सजने थे जो हाथ !कूड़ा-करकट बीनते, नाप रहें फुटपाथ !!बैठे-बैठे जब कभी, आता बचपन याद !मन चंचल करने लगे, परियों से संवाद !!मुझको भाते आज भी, बचपन के वो गीत !लोरी गाती मात की, अजब-निराली प्रीत !!मूक हुई किलकारियां, चुप बच्चों की रेल !गूगल में अब खो गए,बचपन के सब खेल !!छीन लिए […] Read more » बचपन के वो गीत
लेख महामारी के दौरान ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में कमी? June 11, 2021 / June 11, 2021 | Leave a Comment 2020 में पहली लहर की तुलना में, 2021 की दूसरी लहर में ग्रामीण हिस्सों में संक्रमण और मौतों की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी गई है, जो देश की 1.3 बिलियन आबादी का 65% है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की अनिश्चित स्थिति को देखते हुए, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने सरकार […] Read more » Lack of rural healthcare system during pandemic? ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा प्रणाली
कविता कोरोना खूंखार ! April 22, 2021 | Leave a Comment लग जाये जाने कहाँ, कोरोना खूंखार !रखिए कदम सँभालकर, और’ रहे हुशियार !!दरवाजे दुश्मन खड़ा, करने को अब वार!जल्दी में मत कीजिये, लक्ष्मण रेखा पार !!कुदरत की इस चोट से, सहम गया सन्सार !मंदिर-मस्जिद बंद है, देव सभी लाचार !!रुका रहे आवागमन, घर में हो परिवार !पूर्ण बंद को मानिये, सभी समयानुसार !!इक दूजे से […] Read more » Corona Dread कोरोना खूंखार
महिला-जगत लेख स्वास्थ्य-योग सोच बदलकर ही मासिक धर्म की गरिमा बढ़ सकती है। April 7, 2021 / April 7, 2021 | Leave a Comment महिलाओं के लिए मासिक धर्म एक प्राकृतिक और स्वस्थ जैविक प्रक्रिया है, इसके बावजूद, यह अभी भी भारतीय समाज में एक निषेध एवं शर्मिंदगी माना जाता है। आज भी लोगों पर सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव किशोर लड़कियों को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में शिक्षित करने में बाधा है। बीते साल फरवरी 2020 में, गुजरात […] Read more » dignity of menstruation be increased. मासिक धर्म की गरिमा
लेख नए-नए टेस्ट, नियमों और कोर्ट की तारीखों में उलझे हरियाणा के बेरोजगार युवा February 4, 2021 | Leave a Comment नए आंकड़ों ने हरियाणा को देश भर में एक नंबर पर बेरोजगार राज्य घोषित किया है. मगर यहां की गठबंधन सरकार ये मानने को तैयार ही नहीं है. आये दिन बेरोजगारों पर नौकरी के लिए नए-नए नियम थोपे जा रहें है. सरकार नए-नए टेस्ट लागू कर बेरोजगार युवाओं की जेब खाली कर रही है. वर्तमान […] Read more »
लेख समाज सादगी परम विशेषज्ञता है February 1, 2021 / February 1, 2021 | 2 Comments on सादगी परम विशेषज्ञता है सादगी एक महान गुण है जो व्यक्ति जीवन में पालन कर सकता है। हमें बुद्धिमानों द्वारा सरल जीवन और उच्च विचार में विश्वास करने के लिए सही सलाह दी जाती है। सादगी एक ऐसा गुण है जो हमें कुछ समझने या करने में आसान बनाता है। दूसरी ओर समाजवाद, सभ्य प्रकृति, लालित्य और / या […] Read more » सादगी परम विशेषज्ञता है
कविता नजर झुकाये बेटियाँ January 25, 2021 / January 25, 2021 | Leave a Comment कभी बने है छाँव तो, कभी बने हैं धूप !सौरभ जीती बेटियाँ, जाने कितने रूप !! जीती है सब बेटियाँ, कुछ ऐसे अनुबंध !दर्दों में निभते जहां, प्यार भरे संबंध !! रही बढाती मायके, बाबुल का सम्मान !रखती हरदम बेटियाँ, लाज शर्म का ध्यान !! दुनिया सारी छोड़कर, दे साजन का साथ !बनती दुल्हन बेटियाँ, […] Read more » नजर झुकाये बेटियाँ