विविधा अब जरूरत है वैचारिक क्रांति की June 26, 2012 / June 26, 2012 | 5 Comments on अब जरूरत है वैचारिक क्रांति की प्रकाश नारायण सिंह शहीद भगत सिंह ने 8 अप्रैल 1929 को संसद के सेंट्रल हॉल में बम फेंकने के बाद कहा था कि बहरों को सुनाने के लिए धमाका जरूरी है। उस समय भी युवा हताश और निराश थे। रोज-रोज के घोटाले, सत्ता की हनक और कुलिन वर्ग का उपभोग संस्कृति आज भी युवाओं को […] Read more » वैचारिक क्रांति