कला-संस्कृति संस्कृति से सर्वनाश की और…………………….. July 1, 2011 / December 9, 2011 | 2 Comments on संस्कृति से सर्वनाश की और…………………….. आज विश्वभर में खतरे का बिगुल भयंकर नाद कर रहा है उसका सन्देश है की हम सावधान हो जाये तथा संसार की अनित्यता के पीछे जो महान सत्य अंतर्निहित है उसे पहचान ले आज चारो और अशांति असंतोष स्वार्थ और सकिर्नता का भयंकर रूप प्रकट हो गया है मानव की पाशविक प्रवृत्ति को सिनेमा अखबार […] Read more » culture संस्कृति
धर्म-अध्यात्म संस्कर्ती शब्द और शब्दों से जुडी शिक्षा May 29, 2011 / December 12, 2011 | Leave a Comment रामचरित मानस कि एक चोपाइ है “भय बिनु होइ न प्रीति ” इस कथन मे कितनी सत्यता विध्मान है, यह हम जीवन मे उतार कर देख् सकते है। अगर शिक्षा पर विचार करे तो आज कि शिक्षा प्रणाली कई खामियो से भरी नजर आती है। शिक्षा का मूळ उदेष्य जीवन को उन्नत ओर विकसित करने […] Read more »