कविता स्वफिल दुनिया की तस्वीरें July 31, 2020 / August 2, 2020 | Leave a Comment पंडित विनय कुमार स्वफिल दुनिया की तस्वीरेंहमारी आँखें के सामने सेबार-बार गुजरती हैंऔर मेरे भीतर की थकान की रफ्तारभी तीव्रता होती जाती हैजिसे मैं रोज-रोज केवल अनुभवकरता हूँकेवल उसे अपने साथ जीने अथवा साथ-साथ ले चलने कीनियति बन गई है मेरीनियति-जिसे मैंने खुद बनाई हैअपने कर्मों सेअपने विचारों सेअपने संस्कारों सेनहीं- नहीं, यह बनी हैपरंपराओं […] Read more »