समाज गोधरा के शहीदों को नमन March 1, 2012 | 1 Comment on गोधरा के शहीदों को नमन सुमंत 27 फरवरी 2002. ‘आधुनिक’ भारत के इतिहास का एक और काला दिन. इसी दिन इस ‘स्वतंत्र’ और “धर्मनिरपेक्ष” देश में सुबह 7:43 बजे गुजरात के गोधरा स्टेशन पर इसी देश के 58 नागरिकों (23 पुरुषों, 15 महिलाओं और 20 बच्चों) को साबरमती एक्सप्रेस के कोच S-6 में ज़िंदा जला दिया गया. उनका ‘अपराध’ शायद […] Read more »
आलोचना भारत शायद विश्व का सबसे विचित्र देश ! November 28, 2011 / November 29, 2011 | 1 Comment on भारत शायद विश्व का सबसे विचित्र देश ! सुमंत विद्वांस खबर है कि ड्रग्स बेचने के आरोप में कल इरान में 11 लोगों को फांसी दे दी गई.वहीं दूसरी ओरआज से ठीक तीन वर्षों पूर्व 26 नवंबर 2011 को मुंबई हमले में मारे गए सैकड़ों निरपराध नागरिकों का हत्यारा भारत में आज भी न सिर्फ जीवित है, बल्कि देश के लाखों करदाताओं की […] Read more » भारत शायद विश्व का सबसे विचित्र देश
लेख क्या सचमुच विकास के लिए छोटे राज्य जरुरी हैं? November 27, 2011 / November 28, 2011 | Leave a Comment सुमंत विद्वांस हाल ही में उप्र में बहुजन समाज पार्टी की सरकार द्वारा पारित राज्य के चार भागों में बाँटने का एकतरफा प्रस्ताव विधानसभा में पारित किए जाने के बाद राज्यों के पुनर्गठन और छोटे राज्यों के लाभ-हानि को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है. इसके पक्ष और विपक्ष में बोलने वाले लोगों […] Read more » विकास के लिए छोटे राज्य
लेख क्या आप इन्हें पहचानते हैं? November 26, 2011 / November 27, 2011 | 5 Comments on क्या आप इन्हें पहचानते हैं? सुमंत विद्वांस क्या आप इन्हें पहचानते हैं? नहीं?चलिए, मैं इनका नाम बता देता हूँ… ये हैं श्री तुकाराम ओम्बले….क्या आपने इन्हें अब भी नहीं पहचाना? कोई बात नहीं…आप “अजमल कसाब” को तो ज़रूर पहचानते होंगे?? बहुत अच्छे….कितने अफसोस की बात है कि इस देश में कसाब को हर कोई जानता है, लेकिन ज्यादातर लोगों ने […] Read more » अजमल कसाब तुकाराम ओम्बले