कविता

खूबसूरत हो तुम

-लक्ष्मी जायसवाल-
poem
खूबसूरती एक मुस्कुराहट है,
और इस मुस्कुराहट में,
अपनी हंसी से,
चांदनी बिखेरती हो तुम।
खूबसूरती एक सपना है,
और उन सपनों में,
अपनी उम्मीदों के,
रंग भर जाती हो तुम।
खूबसूरती एक जगमगाहट है,
और उस जगमगाहट में,
अपनी बातों से,
रोशनी भर जाती हो तुम।
खूबसूरती एक प्यारी अदा है,
और उस अदा को,
अपने प्यार के,
एहसास से भर जाती हो तुम।
खूबसूरती का नाम मां है,
और उस मां को,.
अपनी ममता से,
और प्यारी बना जाती हो तुम।
खूबसूरती के सभी नामों,
को और खूबसूरत बनाती हो तुम,
इसीलिए कहती हूं,
मेरी नज़रों में,
खूबसूरत हो तुम।