मनोरंजन सिनेमा ‘विलेन अवतार’ से खुश हैं संजय दत्त August 5, 2025 / August 5, 2025 by सुभाष शिरढोनकर | Leave a Comment सुभाष शिरढोनकर संजय दत्त ने अपने करियर की शुरुआत साल 1981 में रिलीज फिल्म ‘रॉकी’ से की थी हालांकि इसके पहले वे होम प्रोडक्शन अजंता आर्ट्स की फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ (1971) के कव्वाली सॉंग में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आ चुके थे। ‘रॉकी’ (1981) के बाद संजय दत्त, ‘जॉनी आई लव यू’ (1982) ‘विधाता’ (1982) ‘बेकरार’ […] Read more » संजय दत्त
सिनेमा ‘कटहल’ का स्वाद और ‘12th फेल’’ की कामयाबी August 4, 2025 / August 4, 2025 by मनोज कुमार | Leave a Comment प्रो. मनोज कुमार मध्यप्रदेश सिनेमा के लिए हमेशा से ऊर्वरा भूमि रही है. संभवत: अपने जन्म के साथ ही रजतपट पर मध्यप्रदेश का दबदबा रहा है. साल 2025 के राष्ट्रीय पुरस्कारों में कटहल और ‘12th फेल’’ नें पुरस्कार जीत कर यह एक बार फिर प्रमाणित हो गया कि रजतपट में मध्यप्रदेश का कोई सानी नहीं. […] Read more » 12th फेल’’ की कामयाबी The taste of ‘jackfruit’ and the success of ‘12th fail’
सिनेमा फिल्म ‘बॉर्डर 2’ में सोनम बाजवा की एंट्री July 31, 2025 / July 31, 2025 by सुभाष शिरढोनकर | Leave a Comment सुभाष शिरढोनकर कई पंजाबी फिल्मों में नजर आ चुकी एक्ट्रेस सोनम बाजवा का जादू हर किसी के सिर पर चढ़कर बोलता है। जल्द ही वह नेशनल अवॉर्ड विजेता निर्देशक विजय कुमार अरोड़ा की, महिलाओं और पुरुषों की असमानता पर बनने वाली पंजाबी फिल्म ‘गोड्डे गोड्डे चा’ में नजर आएगी । कई वर्षों से पंजाबी फिल्म […] Read more » Sonam Bajwa's entry in the film 'Border 2' सोनम बाजवा
मनोरंजन सिनेमा कीर्ति सुरेश के करियर का दूसरा फेज़ July 24, 2025 / July 24, 2025 by सुभाष शिरढोनकर | Leave a Comment सुभाष शिरढोनकर तमिल, मलयालम और तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में जाना-माना नाम बन चुकी एक्ट्रेस कीर्ति सुरेश साउथ इंडस्ट्री की फेमस एक्ट्रेस में से हैं। उन्हें लीड रोल वाली फिल्म ‘महानती’ (2018) के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है। कीर्ति के खाते में एक नेशनल अवार्ड के अलावा पांच एसआईआईएमए और दो फिल्मफेयर अवार्ड दर्ज […] Read more » The second phase of Keerthy Suresh's career कीर्ति सुरेश
सिनेमा सलमान के साथ फिर नजर आएंगी रश्मिका मंदाना ? July 15, 2025 / July 15, 2025 by सुभाष शिरढोनकर | Leave a Comment सुभाष शिरढोनकर रश्मिका मंदाना ने साल 2016 में कन्नड़ फिल्म ‘किरिक पार्टी’ से एक्टिंग में डेब्यू किया था। 4 करोड़ के बजट वाली इस फिल्म ने लगभग 36.8 करोड़ की कमाई की और यह ब्लॉकबस्टर साबित हुई। रश्मिका मंदाना की 7 करोड़ के बजट वाली फिल्म ‘चमक’ (2017) ने 22.3 करोड़ की कमाई की और […] Read more » रश्मिका मंदाना
सिनेमा बोल्ड और ग्लैमरस एक्ट्रेस सोनाली राऊत July 14, 2025 / July 14, 2025 by सुभाष शिरढोनकर | Leave a Comment 23 दिसंबर 1990 को मुंबई में पैदा हुई, हिंदी फिल्मों और टीवी रियलिटी शो की एक्ट्रेस सोनाली राऊत ने मुंबई के मिठीबाई कॉलेज से बेचलर डिग्री हासिल की है। सोनाली की बड़ी बहन उज्ज्वला राऊत भारत की सफल सुपरमॉडल हैं और पिता मुंबई में पुलिस उपायुक्त हैं। खुद सोनाली भी एक्टिंग में आने के पहले […] Read more » Bold and glamorous actress Sonali Raut सोनाली राऊत
मनोरंजन सिनेमा ‘जटाधारा’ में नजर आएंगी शिल्पा शिरोडकर July 10, 2025 / July 10, 2025 by सुभाष शिरढोनकर | Leave a Comment सुभाष शिरढोनकर 20 नवंबर 1973 को मुंबई में एक मराठी परिवार में पैदा हुई एक्ट्रेस शिल्पा शिरोडकर पूर्व मिस इंडिया और तेलुगु स्टार महेश बाबू की पत्नी नम्रता शिरोडकर की बड़ी बहन हैं। नम्रता खुद भी हिंदी और साउथ फिल्म इंडस्ट्री की एक्ट्रेस रह चुकी हैं। शिल्पा की दादी, मीनाक्षी शिरोडकर, 1930 के दशक की जानी-मानी अभिनेत्री थीं जिन्होंने एक वक्त […] Read more » Shilpa Shirodkar will be seen in 'Jatadhara' शिल्पा शिरोडकर
सिनेमा रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे हैं आमिर खान ? July 3, 2025 / July 3, 2025 by सुभाष शिरढोनकर | Leave a Comment सुभाष शिरढोनकर एक्टर आमिर खान की फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म के जरिए आमिर खान ने लगभग तीन साल बाद सिल्वर स्क्रीन पर कमबैक किया हैं। फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ (2025), साल 2007 में आई फिल्म ‘तारे जमीन पर’ का सीक्वल है जिसे आमिर खान और किरण राव […] Read more » आमिर खान
सिनेमा ‘भगवान शिव’ के किरदार में मोहित रैना July 1, 2025 / July 1, 2025 by सुभाष शिरढोनकर | Leave a Comment सुभाष शिरढोनकर फिल्म मेकर नितेश तिवारी की अपकमिंग फिल्म ‘रामायण’ का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है। फिल्म दो पार्ट में आने वाली है जिसमें से पहला पार्ट दिवाली 2026 को सिनेमाघरों में आएगा और दूसरा पार्ट साल 2027 की दिवाली पर रिलीज होगा। फिल्म में रनबीर कपूर भगवान श्रीराम और साउथ एक्ट्रेस साई पल्लवी सीता का किरदार निभा रही […] Read more » मोहित रैना
मनोरंजन सिनेमा हिंदी फिल्मी गीतों में व्यंग्य June 27, 2025 / June 27, 2025 by विवेक रंजन श्रीवास्तव | Leave a Comment विवेक रंजन श्रीवास्तव हिंदी फिल्मी गीतों में व्यंग्य एक सशक्त माध्यम रहा है जिसने सामाजिक विसंगतियों, राजनीतिक भ्रष्टाचार और मानवीय दुर्बलताओं को बिना कटुता तीखेपन से उघाड़ा है। ये गीत मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक दर्पण का काम करते हैं जो समाज के अंतर्विरोधों को संगीत और शब्दों के माध्यम से प्रस्तुत करते हैं। उदाहरण के लिए, फिल्म पड़ोसन (1968) का गीत “एक चतुर नार करके सिंगार, मेरे मन के द्वार ये घुसत जात…” राजेंद्र कृष्ण द्वारा रचित और किशोर कुमार व मेहमूद द्वारा गाया गया यह गीत नारी चतुराई और पुरुष अहं पर करारा व्यंग्य करता है। इसमें दक्षिण भारतीय लहजे का प्रयोग हास्य के साथ-साथ सांस्कृतिक रूढ़ियों को भी चिह्नित करता है । फिल्म प्यासा (1957) का गीत “सर जो तेरा चकराए, या दिल डूबा जाए…” शकील बदायूंनी के बोल और मोहम्मद रफी की आवाज में जॉनी वॉकर पर फिल्माया गया था। यह गीत शहरी जीवन की अवसादग्रस्त दिनचर्या और तनावमुक्ति के लिए तेल मालिश (चंपी) पर निर्भरता का मखौल बनाकर हास्य उत्पन्न करता है। जीवन की जटिल समस्याओं का समाधान एक चंपी में खोजा जा रहा है जो निजी कुंठाओं से भागने का प्रतीक बन जाता है. यह व्यंग्य हास्य मिश्रित है। काला बाज़ार (1989) का गीत “पैसा बोलता है…” कादर खान पर फिल्माया गया जो धन के अमानवीय प्रभुत्व को दर्शाता है। नितिन मुकेश की आवाज में यह गीत पूँजीवादी समाज में नैतिक मूल्यों के पतन की ओर इशारा करता है, जहाँ पैसा हर रिश्ते और सिद्धांत पर हावी है । कॉमेडियन महमूद की अदाकारी ने कुंवारा बाप (1974) के गीत “सज रही गली मेरी माँ चुनरी गोते में…” को यादगार बनाया। यह गीत हिजड़ों के माध्यम से समलैंगिकता और पारंपरिक पितृसत्ता पर प्रहार करता है। बोल “अम्मा तेरे मुन्ने की गजब है बात…” लालन-पालन में पुरुष की भूमिका को चुनौती देते हैं, जो उस दौर में एक साहसिक विषय था । 1950-80 के दशक के स्वर्ण युग में कॉमेडियन्स ने व्यंग्य को नई ऊँचाइयाँ दीं। जॉनी वॉकर की विशिष्ट अभिव्यक्ति, महमूद का स्लैपस्टिक हास्य और किशोर कुमार का संगीत के साथ व्यंग्य का संयोजन, सभी ने गीतों को सामाजिक टिप्पणी का माध्यम बनाया। फिल्म हाफ टिकट (1962) का गीत “झूम झूम कव्वा भी ढोलक बजाये…” या गुमनाम (1965) का “हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं…” जैसे गीतों ने रंगभेद और वर्ग संघर्ष को हल्के अंदाज में प्रस्तुत किया था । साहित्य और फिल्मी गीतों के बीच का सामंजस्य भी रोचक रहा है। गीतकारों ने साहित्यिक रचनाओं को फिल्मों में लोकप्रिय बनाया। गोपाल दास ‘नीरज’ ने मेरा नाम जोकर (1970) के गीत “ऐ भाई ज़रा देख के चलो…” को अपनी पुरानी कविता “राजपथ” से अनुकूलित किया था, जो मानवीय अहंकार पर व्यंग्य था । इसी प्रकार, रघुवीर सहाय की कविता “बरसे घन सारी रात…” को फिल्म तरंग (1984) में लिया गया, जो साहित्य और सिनेमा के बीच सेतु बना । व्यंग्य के सम्पुट के साथ इस तरह के फिल्मी गीतों की प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है। “पैसा बोलता है…” जैसे गीत आज के भौतिकवादी युग में और भी सटीक लगते हैं। ये गीत सामाजिक विडंबनाओं को उजागर करने के साथ-साथ श्रोताओं को हँसाते-गुदगुदाते हुए विचार करने को प्रेरित करते हैं, जो हिंदी सिनेमा की सांस्कृतिक धरोहर का अमर हिस्सा हैं । विवेक रंजन श्रीवास्तव Read more » हिंदी फिल्मी गीतों में व्यंग्य
मनोरंजन सिनेमा धूम 4′ में नजर आएंगी श्रद्धा कपूर? June 27, 2025 / June 27, 2025 by सुभाष शिरढोनकर | Leave a Comment सुभाष शिरढोनकर फिल्म ‘स्त्री 2’ की रिकार्ड तोड़ कामयाबी के बाद एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर लगातार चर्चाओं में बनी हुई हैं। उनकी यह फिल्म साल 2024 की सबसे बड़ी और हिंदी में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म साबित हुई। इस फिल्म ने कमाई के मामले में ‘गदर 2’ और ‘जवान’ के रिकॉर्ड भी तोड़ दिए। फिल्म की कामयाबी के बाद फिल्म मेकर एकता […] Read more » Will Shraddha Kapoor be seen in 'Dhoom 4'? श्रद्धा कपूर
मनोरंजन सिनेमा 22 साल बाद बड़े पर्दे पर लौटी राखी गुलजार June 24, 2025 / June 24, 2025 by सुभाष शिरढोनकर | Leave a Comment सुभाष शिरढोनकर मशहूर एक्ट्रेस राखी गुलजार मां-बेटे के रिश्ते और कामकाजी जीवन के तनाव को दिखाती 9 मई को सिनेमाघरों में रिलीज बांगाली फिल्म ‘आमार बॉस’ के जरिए 22 साल बाद बड़े पर्दे पर लौटी हैं। फिल्म का निर्देशन नंदिता रॉय और शिबोप्रसाद मुखर्जी ने किया है। फिल्म में राखी गुलजार शुभ्रा गोस्वामी और शिबोप्रसाद मुखर्जी उनके बेटे अनीमेष की भूमिका […] Read more » Rakhi Gulzar returns to the big screen after 22 years राखी गुलजार