बच्चों का पन्ना

हाथी और चूहा

दो चूहों को बीच सड़क पर,

मिल गये हाथी दादा|

एक चूहा दूजे से बोला,

क्या है भाई इरादा?

कई दिनों से हाथ सुस्त हैं,

कसरत न हो पाई|

क्यों न हम हाथी दादा की,

कर दें आज धुनाई|

बोला तभी दूसरा चूहा,

उचित नहीं यह बात|

दो जब मिलकर किसी अकेले ,

पर करते हैं घात|

दुनियाँ वालों को भी यह सब,

होगा नहीं गवारा,

लोग कहेंगे दो सेठों ने,

एक गरीब को मारा|