कविता

इन तन्हाइयों मे,तुम्हारी याद आयेगी।


इन तन्हाइयों मे,तुम्हारी याद आयेगी।
किए थे जो वादे,उनकी याद सतायेगी ।।

चांदनी रात में,जब चांद चमकेगा,
देखकर उसको मेरा दिल धड़केगा।
कैसे इस दिल को मै समझाऊंगी,
तुम्हारे बिन तो मुझे नींद न आयेगी।
इन तन्हाइयों में,तुम्हारी याद आयेगी।।

अंधेरी रात में,जब कोई जुगनू चमकेगा,
उसको देखकर मेरा मन तरसेगा।
पता नही ये रात कैसे कट पायेगी,
शायद आंखो मे रात कट जायेगी।
इन तन्हाइयों मे,तुम्हारी याद आयेगी।।

इन तन्हाइयों मे,न जी सकूंगी न मर सकूंगी,
अपने इस गम को किसी से न कह सकूंगी।
घुटती रहूंगी इन गमो को न सह सकूंगी,
इस घुटन में भी तुम्हारी याद आयेगी।
इन तन्हाइयों मे, तुम्हारी याद आयेगी।
किए थे जो वादे उनकी याद सतायेगी ।।

आर के रस्तोगी