कविता

कविता/रामजन्‍मभूमि

सुलग रहे है शोले रामजन्म स्थल पर

भभक रही है ज्वाला अयोध्या के नाम पर

नतमस्तक है जिन चरणों पर पूरा देश

उस राम की सम्पूर्ण वंदना अभी रह गयी है शेष

जाग उठो अब मां भारती के संतान

करने को तैयार हो जाओ फिर भोले सा विषपान

ना जागे तो हो जायेगी मातृभूमि कलंकित

फिर ना कोई कर पायेगा इस देश को पुलकित॥

-अमल कुमार श्रीवास्तव