सुभाष शिरढोनकर
ऋषभ शैट्टी की फिल्म ‘कांतारा चैप्टर 1’ (2025) में राजकुमारी कनकवती की भूमिका में जमकर सुर्खियां बटोर चुकी साऊथ की लोकप्रिय और बेहद खूबसूरत एक्ट्रेस रुक्मिणी वसंत का करियर लगातार आगे बढ़ रहा है। रुक्मिणी ने अपने आकर्षक अभिनय और असाधारण अनुकूलनशीलता से अपना नाम बनाया है।
2 अक्टूबर, 2025 को कन्नड़, हिंदी, तेलुगु, मलयालम, तमिल, बंगाली और अंग्रेजी भाषाओं में दुनियाभर में रिलीज पेन इंडिया फिल्म ‘कांतारा चैप्टर 1’ (2025) में रुक्मिणी और ऋषभ शेट्टी की केमिस्ट्री फैंस को खूब पसंद आ रही है।
फिल्म ‘कांतारा चैप्टर 1’ (2025) ऋषभ शेट्टी की साल 2022 मे रिलीज ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘कांतारा’ का प्रीक्वल है। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कई पुराने कीर्तिमान ध्वस्त करते हुए अनेक नए कीर्तिमान बना चुकी है।
‘कांतारा चैप्टर 1’ (2025) की नायिका रुक्मिणी रियल लाइफ में बेहद ग्लैमरस हैं। उनकी एक झलक देख कोई भी मदहोश हो जाता है। ‘कांतारा चैप्टर 1’ (2025) से पहले इस साल 23 मई को रिलीज फिल्म ‘ऐस’ (2025) के जरिए रुक्मिणी ने तमिल फिल्मों में डेब्यू किया था।
निर्देशक अरुमुगा कुमार के निर्देशन में बनी इस फिल्म में वह थलपति विजय के अपोजिट रूक्कू की शानदार किरदार में नजर आई थीं।
रुक्मिणी वसंत पिछले साल ‘बगीरा’ (2024) और ‘बैराठी रंगल’ (2024) जैसी कन्नड़ में बनी सुपरहिट फिल्मों में नजर आ चुकी हैं ।
अब रुक्मिणी यश स्टारर फिल्म ‘टॉक्सिक और प्रशांत नील- जूनियर एन. टी. आर. की फिल्म ‘ड्रैगन’ में भी लीड रोल में नजर आएगी। ‘टॉक्सिक अगले साल 19 मार्च को रिलीज होगी।
वहीं फिल्म् ‘ड्रैगन’ का एक बड़ा हिस्सा कर्नाटक में पूरा हो चुका है। इसके बाद हैदराबाद में फिल्म के अगले चरण की शूटिंग जारी है। खबरों के अनुसार, बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर को भी इसमें अहम भूमिका में लिया जा सकता है। हालाँकि, मेकर्स की और से अभी इसकी पुष्टि होना बाकी है।
10 दिसम्बर, 1996 को बेंगलुरु में पैदा हुई रुक्मिणी वसंत जब महज 15 साल की थी, उन्होंने शास्त्रीय बैले और भरतनाट्यम सीखना शुरू कर दिया। 17 साल की उम्र से उन्होंने थिएटर करना शुरू किया और बाद में लंदन की रॉयल एकैडमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट्स में दाखिला लिया, जहां थिएटर, संगीत और फिल्मों का अध्ययन किया।
रुक्मिणी वसंत के पिता कर्नल वसंत वेणुगोपाल साल 2007 में जम्मू और कश्मीर के उरी में भारत-पाकिस्तान सीमा पार करने वाले घुसपैठियों को रोकते हुए शहीद हुए थे। वह कर्नाटक के पहले ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें सर्वोच्च शांतिकालीन सैन्य सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था ।
रुक्मिणी की मां सुभाषिनी मशहूर भरतनाट्यम नृत्यांगना हैं। वह युद्ध विधवाओं की सहायता के लिए फाऊंडेशन भी चलाती हैं।
लंदन की रॉयल एकैडमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट्स से अपनी पढाई खत्म करने के बाद रुक्मिणी गंभीरता से काम करने के दृढ़ संकल्प के साथ भारत लौट आई।
रुक्मिणी ने कन्नड़ फिल्म ‘बीरबल ट्रॉयोलॉजी’ से एक्टिंग में डेब्यू किया। उसके बाद उसी साल वह बॉलीवुड की फिल्म ‘अपस्टार्ट’ (2019) में नजर आईं।
रुक्मिणी को हेमंत एम राव के डायरैक्शन में बनी कन्नड़ फिल्म ‘सप्त सागरदाचे एलो साइड ए’ (2023) और ‘सप्त सागरदाचे एलो साइड बी’ (2023) से जबर्दस्त लोकप्रियता मिली। इसके बाद रुक्मिणी को अनेक कन्नड़, तमिल और तेलुगु फिल्मों में खूब पॉपुलेरिटी मिली।