कविता मुझे तुम बहुत याद आये August 21, 2018 / August 21, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आरके रस्तोगी जब जब मुसीबते आई अपनों ही निगाहे फिराई गेरो ने दिया सहारा अपनों ने किया किनारा मै इतनी दुखी हो चली थी आत्म हत्या करने चली थी पर मेरे कदम डगमगाए मुझे तुम याद आये मुझे तुम याद आये मै बिस्तर पर बीमार पड़ी थी जीवन कि अंतिम घड़ी थी दवाये भी कोई […] Read more » अंतिम घड़ी काजल मुझे तुम बहुत याद आये रिश्तेदार सुहागन