विविधा अँधेरे तले चिराग December 31, 2010 / December 18, 2011 by ललित कुमार कुचालिया | Leave a Comment ललित कुमार कुचालिया “कौन कहता है आसमान में छेद नहीं होता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो”, “जिनके हौसलो में जान होती है, उन्हें पंखों की जरुरत नहीं होती”…. आपने इस तरह के जुमले अक्सर सुने होगे लेकिन अँधेरे का यह चिराग अपनी रोशनी से आस-पास के लोगो कों उजाला दे रहा है। हाल […] Read more » अजय कुमार बर्त्वाल