कविता अज़ीब हूनर हमने इस पैसे में देखा। May 12, 2022 / May 12, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment अज़ीब हूनर हमने इस पैसे में देखा।अपनो को अपनो से अलग होता देखा।। अज़ीब हूनर हमने इस माया में देखा।आज इसके पास कल दूसरे के पास देखा।। अज़ीब हूनर हमने इस वक्त में देखा।जवानी देकर बचपन को लुटते देखा।। हूनर दिखाने वाले को सड़को पर देखा।बे हूनर वालो को राज महलों में देखा।। जिस औलाद […] Read more » Strange talent we saw in this money. अज़ीब हूनर हमने इस पैसे में देखा।