गजल साहित्य आँसू को शबनम लिखते हैं June 22, 2013 by श्यामल सुमन | 5 Comments on आँसू को शबनम लिखते हैं जिसकी खातिर हम लिखते हैं वे कहते कि गम लिखते हैं आस पास का हाल देखकर आँखें होतीं नम, लिखते हैं उदर की ज्वाला शांत हुई तो आँसू को शबनम लिखते हैं फूट गए गलती से पटाखे पर थाने में बम लिखते हैं प्रायोजित रचना को कितने हो करके बेदम लिखते हैं चकाचौंध में रहकर भी […] Read more » आँसू को शबनम लिखते हैं