कविता
कविता : जरूरी तो नहीं
/ by मिलन सिन्हा
मिलन सिन्हा तुम जो चाहो सब मिल जाये, जरूरी तो नहीं तुम जो कहो सब ठीक हो, जरूरी तो नहीं। दूसरों से भी मिलो, उनकी भी बातें सुनो वो जो कहें सब गलत हो, जरूरी तो नहीं। सुनता हूँ यह होगा, वह होगा,पर होता नहीं कुछ जो जैसा कहे, वैसा ही करे, जरूरी […]
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