कविता कविता-पुत्र-पितृ आलिंगन- राजकुमार सोनी May 18, 2012 / May 18, 2012 by राजकुमार सोनी | Leave a Comment कितना पावन मन भावन यह पुत्र-पितृ आलिंगन गणपति-शंकर आलिंगन नमोऽस्तुते जै गिरिजा नंदन जयति जयति जै गजवदन गजानन जै गणपति, जै विघ्न विनाशन कितना पावन मन भावन गणपति- शंकर आलिंगन जयति विनायक, गणाध्यक्ष, इकदन्तन कपिल, सुमुख, रिद्धि-सिद्धि के स्वामिन विघ्न-विनाशक, घूमकेतु जै विकट गजानन भालचन्द्र, लम्बोदर हे- हम सदैव- गजकरण-शरण। स्वीकारो […] Read more » poem by rajkumar soni कविता-पुत्र-पितृ आलिंगन- राजकुमार सोनी