कविता कविता-श्यामल सुमन May 12, 2012 by श्यामल सुमन | Leave a Comment श्यामल सुमन सेवा है साहित्य सुमन व्यापार नहीं लेखन में प्रतिबंध मुझे स्वीकार नहीं प्रायोजित रचना से कोई प्यार नहीं बच के रहना साहित्यिक दुकानों से जी कर लिखता हूँ कोई बीमार नहीं मठाधीश की आज यहाँ बन आई है कितने डर से करते हैं तकरार नहीं धन प्रभाव के बल पर […] Read more » कविता-श्यामल सुमन