कविता साहित्य खुशिओं के दिन फिर आयेगे August 22, 2017 by राकेश कुमार सिंह | Leave a Comment राकेश कुमार सिंह मुसाफिर चलता जा, कोशिस करता जा, गम के बादल छट जायेगे, खुशिओं के दिन फिर आयेंगे ! मंजिल जब मिल जायेगी ! मेहनत से इतिहास बदल दो, दुनिया का आगाज बदल दो, लहू से अपने सींच धरा को, फिर से अपनी परवाज बदल दो, खुशिओं के दिन फिर आयेगे ! मंजिल जब […] Read more » खुशिओं के दिन फिर आयेगे