विविधा हर-हर नहीं, मर-मर गंगे May 7, 2014 by सुमीत श्रीवास्तव | Leave a Comment -सुमीत श्रीवास्तव- अनादी काल से भारत की सभ्यता, संस्कृति, अध्यात्म और वैराग्य को सींचने वाली नदी का नाम है- गंगा, जिसे हम सब गंगा मां बोलते हैं। गंगा पवित्रता और शुद्धता का श्रोत है। गंगा पतितपावनी है जगतजननी है साथ ही पुण्यदायनी। गंगा भारत के लोगों की जीवनदायनी है। गंगा के किनारे रहने वाले इससे […] Read more » गंगा गंगा की दयनीय स्थिति गंगा की स्थिति गंगा को बचाओ विलीन होती गंगा