कविता घर के भेदी May 22, 2025 / May 22, 2025 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment ये कौन लोग हैं जो मुल्क बेच आते हैं,चंद सिक्कों में ज़मीर सरेआम ले जाते हैं।न बम चले, न बारूद की ज़रूरत पड़ी,अब तो दुश्मन को बस एक चैट भा जाती है।जिसे पढ़ाया था कल देशभक्ति के पाठ,वो ही फाइलें अब व्हाट्सऐप पे दिखा जाती है।हमने ही अपने घर में दी थीं दीवारें,अब उन्हीं से […] Read more » home piercing घर के भेदी