लेख टाँग खींचना मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है ! March 13, 2021 / March 13, 2021 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment टाँगे हैं टाँगों का क्या, ऐसा नहीं है जनाब। टाँगोंका अपना महत्व है। हमारे समाज में उससे भी अधिक महत्वपूर्ण भूमिका टाँग खींचने वालों और टाँग अड़ानेवालों की है। इस तरह की प्रजाति हमारे आसपास प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। ऐसे लोग अपने सामान्य दिनचर्या की शुरुवारत टाँग अड़ाने और टाँग खींचने जैसे पवित्र […] Read more » Pulling the leg is my birthright! टाँग खींचना मेरा जन्मसिद्ध अधिकार